हाथियों का कहर जारी,फिर एक वृद्ध की गई जान, जिले में हाथियों के हमले से 23 वीं मौत, लोगों में दहशत…

महासमुंद छत्तीसगढ़ – महासमुंद जिले में सोमवार को फिर से एक हाथी के हमले से एक वृद्ध ग्रामीण की मौत हो गयी।यह जिले में हाथियों के हमले से 23 वी मौत थी।दूसरी ओर वन विभाग ने 25 हजार रुपये की तात्कालिक सहायता मृतक के परिजनों को दे कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली है। वहीं इस घटना से ग्रामीणों में भारी दहशत व्याप्त है।

➡️मिली जानकारी के अनुसार विगत पखवाड़े भर से महासमुंद जिले में तीन हाथी लगातार भटक रहे है।वह विभाग इन हाथियों से ग्रामीणों को बचाने के लिए मात्र मुनादी ही करवाता दिख रहा है।अभी का ताजा मामला जिले के बागबाहरा परिक्षेत्र के आमकोनी जंगल का बताया जा रहा है।यहां के बोडराबांधा बीट के अंतर्गत ग्राम कुरुभाटा जंगल में टंगिया लेकर गए एक वृद्ध को दंतैल हाथी ने कुचल कुचल कर मार डाला।।इस घटना के बाद से गांव में भारी दहशत का माहौल है।

वन विभाग के अधिकारियों की माने तो ये हाथी अपने झुंड से अलग होकर छुरा रेंज से भटकता हुआ आया है। वन विभाग ने यह भी कहा है कि वे दंतैल पर नज़र रखे हुए है और उसे खदेड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा ग्रामीणों की बैठक लेकर ग्रामीणों को जंगल मे न जाने की हिदायत दी जा रही है।

ग्रामीणों के अनुसार बिंदु उर्फ दीनदयाल साहू (72) पिता साधुराम साहू समीपस्थ ग्राम बिजेपाल गया हुआ था,तभी कुरुभाठा नदी खार राम कछार के पास एक हाथी ने कुचल दिया।हाथी के कुचलने पटकने से बुजर्ग का एक हाथ और पैर धड़ से अलग हो गया।

अब तक वन विभाग मात्र हाथियों को खदेड़ने की ही नीति पर काम कर रहा है।वन विभाग मात्र मुआवजा देकर ही अपने कर्तव्य पूरे कर रहा है। हाथियों के संरक्षण, उनके आतंक से ग्रामीणों को बचाने और रिहायशी इलाके में उनके प्रवेश को रोकने संबंधी जितनी भी योजनाएं चलाई जा रही हैं उन सब में वन विभाग बुरी तरह फेल हो रहा है। उधर राज्य सरकार ने हाथियों के चारे के रूप में धान परोसने की योजना बनाई है जिसकी जमकर आलोचना हो रही है |

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