कलेक्टर ने दूरस्थ अंचल गांव के स्कूल, आश्रम, छात्रावास, सामूदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तक प्राथकिता से पेयजल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए…..

157.50 करोड़ की प्रशासकीय स्वीकृति दे दी गई है, 383 स्कूलों में टेपनल लग गया है, जल परीक्षण के लिए गांव के शिक्षित लोगों का चिन्हांकन करके प्रशिक्षण दिया गया है

जशपुरनगर 23 जुलाई 2021/कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने 22 जुलाई 2021 को अपने कक्ष में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अंतर्गत संचालित जल जीवन मिशन योजना की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जशपुर जिले के ऐसे दूरस्थ अंचल गांव के जिन स्कूल, छात्रावास, आश्रम, आंगनबाड़ी भवन, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में पेयजल और टेपनल की सुविधा नहीं है। उन भवनों में पेयजल की सुविधा प्राथमिकता से कराने के निर्देश दिए है। समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने कार्य के धीमी प्रगति पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि विभाग को मेहनत करने की विशेष आवश्यकता है। उन्होंने जल जीवन मिशन के कार्य में प्रगति लाने के सख्त निर्देश दिए है।  कार्य के प्रगति में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं करने की हिदायत दी गई है।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि  477 कार्याें का डीपीआर तैयार करके प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है। इनमें 157.50 करोड़ की प्रशासकीय स्वीकृति दे दी गई है और लगभग 22 करोड़ 35 लाख की लागत के 59 कार्याें का वर्क आर्डर जारी कर दिया गया है। 264 सोलर पंप लगाने के लिए क्रेडा विभाग को 32 करोड़ राशि दे दी गई है। जिले के 383 स्कूलों में टेपनल लगाया गया है। 91 आंगनबाड़ी केन्द्रों में टेपनल लग गया है। जल की शुद्धता का परीक्षण करने के लिए जिले के 444 ग्राम पंचायतों के चिन्हांकित लोगों को जल परीक्षण करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण के लिए ऐसे लोगों को चिन्हांकित किया जाता है। जिनकी शैक्षणिक योग्यता अच्छी हो और वे मोबाईल अच्छे से संचालित करना आता है। साथ ही उन्हें एप डाउनलोड करके बताया जाता है ताकि वे एप में जल परीक्षण की जानकारी अपडेट कर सके।

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