
सड़क नाली किसकी जिम्मेदारी क्या है पूरा मामला
जी हाँ पूरा मामला……
कोरिया मनेन्द्रगढ़ – इन दिनों मनेन्द्रगढ़ नगरपालिका के कार्य शैली पर काफ़ी गंभीर निशान खड़े हो रहे हैं। मनेन्द्रगढ़ के अलग-अलग वार्डो में जमीन खरीदी बिक्री,प्लाटिंग और निर्माण संबंधित कार्य हो रहे हैं। और जमीन की बिक्री व प्लाटिंग अवैध तरीके से कर दिया जाता है जिसे बाद लोगों को काफी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है यही हाल निर्माण संबंधित भी है अक्सर बिना परमिशन के बिल्डिंग निर्माण कार्य हो जाता है और हद तो तब हो जाती है जब नगर पालिका द्वारा बनाए गए रोड और नाली के ऊपर ही अवैध निर्माण कार्य हो रहे हैं मामला यहीं नहीं रुकता है अन्य जगहों पर बात यहां तक पहुंच रही है कि पूर्व में नगर पालिका द्वारा निर्माण कार्यों को ही अपनी संपत्ति बता कर खरीदी बिक्री कर दिया जा रहा है।
नगर पालिका परिषद से जब वार्ड निर्माण से संबंधित वार्डों की रेखा चित्र मांगी जाती है तो जिसमें रोड नाली वगैरह दर्शाया जाता है तो उनके पास वह मौजूद ही नहीं होता भू माफियाओं के धौस यहाँ तक हैं कि ना तो वाह लोग कॉलोनाइजर एक्ट का पालन करते हैं और ना ही नगरपालिका उनसे कॉलोनाइजर एक्ट का पालन कराने में दिलचस्पी रखती है ऐसा नहीं है कि यह सिर्फ इसी कार्यकाल का हाल है पिछले कई सालों से ऐसा चलते आ रहा है। जिन जमीनों पर नगर पालिका द्वारा नाली निर्माण कराया गया। सूत्रों द्वारा यह बताया गया की यह कह कर ज़मीन मालिक ज़मीन बेच रहे हैं कि यह हमारी जमीन है नगरपालिका हमसे बिना पूछे रोड नाली का निर्माण की है हमारी जमीन के मालिक हम हैं हम चाहे तो निस्तार दे ना चाहे तो न दे हम तो नगरपालिका के ऊपर केस करेंगे हमारी जमीन के ऊपर रोड नाली कैसे बना दिया। इन सारी घटनाओं से यह प्रतीत होता है कि आने वाले समय में वार्ड की जनता को रोड व नाली के लिए काफी संघर्ष करना पड़ेगा और उसकी जिम्मेदार जनता स्वयं होगी क्योंकि जमीन की खरीदी करते समय वार्ड की जनता को जमीन मालिक से रोड व नाली की मांग करनी चाहिए थी और वार्डों की जनता की खामोशी ही जमीन मालिकों के हौसले को बढ़ावा दे रही है। कुछ दिनों बाद एक दौर यह भी आएगा कि पूरी की पूरी सड़क को खुद की ज़मीन बताकर बेच दिया जायेगा और लोगों के घरों के सामने बड़े बड़े दीवाल खड़ा किया जायेगा जिससे लोग आ जा ना सके जिसका नतीजा क्या होगा आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं। यह तो अभी विवाद की शुरुआत है जिसकी पूरी जिम्मेदारी और भागीदारी जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की है।