कलेक्टर श्री कावरे ने नगर पालिका क्षेत्र जशपुर का किया आकस्मिक निरीक्षण….. अनुउपयोगी शासकीय भवनों का जीर्णोधार कर पुनः उपयोग में लेने के दी हिदायत
कलेक्टर ने सामुदायिक भवन, दिव्यांगजन पुनर्वास केन्द्र, बालासाहब देशपाण्डेय पार्क, कम्पोस्ट सेंटर सहित अन्य स्थानों का किया मुआयाना, 01 जनवरी से बालासाहब देशपाण्डेय पार्क को से आम नागरिकों के लिए शुरू करने के कलेक्टर ने दिए निर्देश
जशपुरनगर 31 दिसम्बर 2020/ कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज सुबह नगर पालिका क्षेत्र का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने नगरपचंायत के सामुदायिक भवन, बालासाहब देशपाण्डेय पार्क, कम्पोस्ट सेंटर सहित रणजीता स्टेडियम के सामने पुराने पशु चिकित्सा कार्यालय भवन एवं जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र सहित शहर के अन्य स्थानों का मुआयना किया। इस अवसर पर सीएमओ जशपुर श्री बसंत बुनकर, शिक्षा अधिकारी श्री एन.कुजूर सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
शहर के मध्य स्थित सामुदायिक भवन का मुआयना करते हुए भवन की साफ-सफाई, रंग-रोगन, बिजली, पानी की व्यवस्था सहित अन्य निर्माण कार्य में तेजी लाने एवं मजदूरों की संख्या बढ़ाते हुए समांतर पालियों में कार्य कराने के निर्देश दिए। श्री कावरे ने बालासाहब देशपाण्डेय उद्यान का निरीक्षण के दौरान उद्यान में लगे झाड़ की छटाई, पार्क की सुन्दरता के लिए लाईटिंग की व्यवस्था एवं वहां ओपन जिम के लिए नए व्यायाम उपकरण लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने 01 जनवरी से आम नागरिकों के लिए पार्क को पुनः प्रारंभ करने के निर्देश सीएमओ जशपुर को दिए। उन्होंने उद्यान में विश्राम हेतु लगाए गए बेंच, बच्चों के खेलने के लिए लगे झूले सहित अन्य उपकरणों की मरम्मत एवं पुताई कराने की हिदायत दी। कलेक्टर ने लक्ष्मी नगर स्थित कम्पोस्ट खाद निर्माण केंद्र पहंुचकर वहां जैविक खाद एवं गोबर से लकड़ी बनाने के कार्य प्रगति की जानकारी ली। कलेक्टर ने कम्पोस्ट केद्र में स्थापित किए गए 2 नग क्विक कम्पोस्टर मशीन के कार्य प्रणाली की जानकारी लेते हुए शीघ्रता से कम्पोस्ट से खाद निर्माण करने की बात कही। कलेक्टर ने शहर की निरंतर साफ-सफाई करने के लिए सीएमओ नगरपालिका जशपुर को निर्देश दिए।
इस दौरान कलेक्टर ने रणजीता स्टेडियम के सामने स्थित पुराने पशु चिकित्सा कार्यालय भवन एवं जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र का भी मुआयना किया। उन्होंने कार्य में नहीं लिए जा रहे इन भवनों का साफ-सफाई, मरम्मत कर जीर्णोधार कराने की बात कही। जिससे इन भवनो को पुनः उपयोग में लिया जा सके, इस हेतु उन्होंने अधिकारियों को योजना बनाने के निर्देश दिए।