सही काउंसलिंग से बेहतर कैरियर- रामकुमार चंद्रा

अपनी बात की द्वितीय कड़ी में छात्रों के साथ पालकों के लिए भी सही मार्गदर्शन दिया गया– कृष्णा पटेल

नवोदय विद्यालय चिस्दा में कैरियर काउंसलिंग पर हुआ वेबीनार
~~~~
सक्ति (चिस्दा )
जवाहर नवोदय विद्यालय चिस्दा में वेबीनार श्रृंखला अपनी बात के द्वितीय कड़ी में कैरियर काउंसलिंग पर कक्षा बारहवीं के बाद कैरियर के विभिन्न अवसर पर सूचनात्मक और इंटरएक्टिव सत्र का आयोजन किया गया।
जिसमें नवोदय विद्यालय समिति विषय एक्सपर्ट – कैरियर काउंसलर साहित्यकार श्री राम कुमार चंद्रा (पीजीटी हिंदी जनवि डोंगरगढ़) ,श्रीमती सुनीता गुप्ता (राष्ट्रीय आईसीटी पुरस्कृत , पीजीटी गणित जनवि डिंडोरी) और विशिष्ट अतिथि के रूप में सुनील कुमार सुमन (अंतरराष्ट्रीय कैरियर कोच, लाइब्रेरियन जनवि सरगुजा ) मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय आईसीटी पुरस्कृत विज्ञान शिक्षक कृष्ण कुमार पटेल ( मेंटर डिजिटल शिक्षा ) द्वारा किया गया। वेबीनार श्रृंखला का यह आयोजन राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के दिशा निर्देश से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप डिजिटल शिक्षा के अंतर्गत किया जा रहा है।
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए चंद्रा जी ने विविध कैरियर संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए विद्यार्थियों को सही कैरियर चुनने की वैज्ञानिक विधि बताई। मुख्य रूप से भारतीय प्रशासनिक सेवा में कैरियर अवसर बनाने के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया।इसके अलावा छात्रों के द्वारा कैरियर से संबंधित प्रश्न पूछे जाने पर इंजीनियरिंग एवं डॉक्टर बनने के अलावा अन्य कैरियर विकल्प पर जैसे डिजिटल मार्केटिंग एआई तकनीक उद्योग आधारित कैरियर और स्वरुचि से संबंधित नए जॉब अवसर पर ध्यान देने के लिए कहा।

जियोजेब्रा सॉफ्टवेयर से गणित भी रुचिकर – सुनीता गुप्ता

राष्ट्रीय पुरस्कृत शिक्षिका सुनीता गुप्ता ने कहा कि कोविड-19 ने वर्तमान जॉब चयन के परिभाषा ही बदल दी है इसलिए विद्यार्थियों को ई-कॉमर्स क्षेत्र में और डिजिटल मीडिया कंपनियों के लिए कंटेंट क्रिएशन में विविध रोजगार अवसर पर भी ध्यान देना चाहिए।
इसके अलावा जियोजेब्रा सॉफ्टवेयर के द्वारा अपने अध्ययन को कैसे रुचिकर बनाया जाए इस पर भी विशेष चर्चा की।

सही कैरियर के लिए साइकोमेट्रिक और इंटरेस्ट टेस्ट जरूरी -सुनील सुमन

विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित अंतरराष्ट्रीय कैरियर कोच श्री सुमन जी ने नई शिक्षा नीति के अंतर्गत भविष्य में उत्पन्न होने वाले नए जॉब अवसर के बारे में अपने दृष्टिकोण को साझा किया।
विशेष रूप से अपनी रुचि कैसे पहचाने और तदनुरूप कैरियर का चुनाव कैसे करें इसका उन्होंने वैज्ञानिक विधि से परीक्षण करने पर जोर दिया।
कार्यक्रम के सूत्रधार कृष्ण कुमार पटेल ( डिजिटल शिक्षा मेंटर) ने चर्चा के दौरान बताया कि कैरियर को लेकर छात्रों में उलझन आम बात है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि बहुत से छात्र अपने टैलेंट और रुचि को बिना पहचाने किसी भी फील्ड में चले जाते हैं जिससे वे सफल नहीं होते। अतः सही मार्गदर्शन के लिए कैरियर काउंसलिंग जरूरी है। यह कार्यक्रम इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति के लिए रखा गया था ।
इस वेबीनार में विद्यालय के छात्र-छात्राओं के अलावा बहुत सारे पालक भी ऑनलाइन जुड़े थे जिन्होंने कार्यक्रम को काफी महत्वपूर्ण बताया तथा भविष्य में जारी रखने का भी सुझाव दिया।।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button