कल भाजयुमों ने खोला मोर्चा तो आज जिला भाजपा पहुँची एसपी के दरवाजे…क्या भाजपा को नही रहा भाजयुमों पर विश्वास ?

रायगढ : कल रायगढ़ भाजयुमों ने नगर कोतवाल मनीष नागर के खिलाफ ज्ञापन सौपा था अभी ज्ञापन सौंपे 24 घंटे भी नही बीते कि आज जिला भाजपा ने शहर के मध्य पैदल मार्च करते हुए आरोपी के पक्ष में एएसपी से मुलाकात की है। इस मामलें को लेकर शहर में तीखी प्रतिक्रिया रही हैं।
कई समाजसेवी संगठनों व बुद्धिजीवियों ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस पूरे मामलें में रायगढ़ जिला भाजपा की छवि को गहरा धक्का लगा है क्योंकि वह लूट व मारपीट के आरोपी के पक्ष में खड़ी हुई दिख रही है और यदि आरोपी निरपराध है तो इसके लिए सक्षम न्यायालय भी है।

दरअसल..इस मामले में रायगढ़ भाजपा अब दवाब की राजनीति कर रही है कुछ दिन पहले ही भाजयुमों ने पुलिस कार्यवाही पर खुश होकर बाकायदा गुलाब फूल सौपा था और आज उसी भाजयुमों से जुड़े युवा पदाधिकारी पर लूट का मामला दर्ज होने पर जिला भाजपा उग्र हो गईं है जबकि इस मामलें के एक आरोपी युवक कुंदन दीवान पिता राजेन्द्र दीवान के खिलाफ पूर्व में भी मारपीट के कई मामलें दर्ज हो चुके है जो वर्तमान में न्यायालय में विचाराधीन हैं।

एक ही मामलें में दो दिन के भीतर दो बार एसपी को ज्ञापन सौप कर आज रायगढ़ भाजपा ने बता दिया है कि “उसका हाथ आरोपियों के साथ हैं।”

आज जबकि शहर के ढेरों संवेदनशील मुद्दे है जिसमे जिला भाजपा मौन नजर रहती है। तोल-मोल के बोल की कारोबारी मानसिकता को अब रायगढ़ की जनता भी भली-भांति समझने लगी है। सोशल मंच में भाजपा की इस गतिविधि को लेकर आम जनता चटकारे ले रही हैं कि सत्ता जाने के बाद भाजपा के पास धन की इतनी कमी हो गई है कि मजबूरी में उसे “मारपीट व लूट” के आरोपी के पक्ष में खड़ा होना पड़ रहा है।
स्थानीय मीडिया ने तो इस मामले में भाजपा-भाजयुमों की लामबंदी को भाजपा जिलाध्यक्ष उमेश अग्रवाल के पुत्र के खिलाफ महिला के साथ अभद्रता का मामला दर्ज किए जाने की प्रतिक्रिया करार दिया है।

बता दें कि इस पूरे मामलें में कोतवाली पुलिस ने जिन भाजयुमों नेताद्वय कुंदन दीवान व अम्मू सरदार के खिलाफ लूट व मारपीट का अपराध पंजीबद्ध किया हैं उसमें से एक आरोपी युवक कुंदन दीवान पिता राजेन्द्र दीवान के खिलाफ पूर्व में भी मारपीट के कई मामले पंजीबद्ध है वैसे में अब शहर में इस बात की चर्चा जोरों से हो रही हैं कि इस आदतन बदमाश युवक को भाजयुमों में पदाधिकारी बनाकर भाजपा ने इसे राजनीतिक संरक्षण दिया हैं जो कि रायगढ़ जिला भाजपा की विकलांग मानसिकता को दर्शाता है यही वजह भी है कि आज इस मामलें में जिला भाजपा की कार्यशैली को लेकर स्थानीय लोगों में जबरदस्त गुस्सा व आक्रोश देखने को मिल रहा है जिसका खामियाजा भाजपा को आने वाले विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है।

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