
काम में दिखे गुणवत्ता और गति का मेल- कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी
*बिना तारपोलिन ढकें मालवाहक वाहनों का न हो परिवहन*
*सुशासन तिहार के आवेदनों का गुणवत्तापूर्ण निराकरण पर करें फोकस*
*यूडीआईडी कार्ड बनाने स्कूली स्तर पर की जाए व्यवस्था*
*केसीसी प्रकरणों के त्वरित स्वीकृति के लिए बैंक प्रतिनिधि और विभागीय अमले को संयुक्त रूप से निरीक्षण के दिए निर्देश*
रायगढ़, 29 अप्रैल 2025/ कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने आज समय-सीमा की बैठक लेकर विभागीय काम-काज की समीक्षा की। कलेक्टर श्री चतुर्वेदी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि काम की स्पीड बढ़ाएं। शासन के योजनाओं के क्रियान्वयन से जुड़े विषय हों, या लोगों की समस्याओं के निराकरण का मामला हो सभी निर्धारित समयावधि में पूरी गुणवत्ता के साथ पूर्ण करें। जहां जरूरी है वहां अधिकारी अपने स्तर पर आपसी समन्वय के साथ कार्यों को पूरा करें, इसमें अनावश्यक देरी नहीं होनी चाहिए।
कलेक्टर श्री चतुर्वेदी ने सभी एसडीएम, तहसीलदार और सीईओ जनपद से कहा कि श्रमिकों और समाज कल्याण विभागों से जुड़े प्रकरणों पर अपने स्तर पर भी कार्रवाई सुनिश्चित करें। जिससे त्वरित रूप से हितग्राहियों को योजना का लाभ मिल सके। उन्होंने दिव्यांग छात्रों के यूडीआईडी कार्ड निर्माण के बारे में जानकारी ली। जिला शिक्षाधिकारी द्वारा बताया गया कि कुछ छात्रों के कार्ड बनने शेष रह गए हैं। जो विशेषज्ञ चिकित्सकों की अनुशंसा से बनेंगे। कलेक्टर श्री चतुर्वेदी ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि ऐसे बच्चों को चिन्हांकित कर उनके लिए उनके स्कूल स्तर पर कैंप लगाए जाएं। जहां डॉक्टर्स उनका स्वास्थ्य परीक्षण कर कार्ड बनाएं। इसके लिए बच्चों को कहीं जाने की आवश्यकता नहीं पडऩी चाहिए।
कलेक्टर श्री चतुर्वेदी ने बैठक में सीएम जनदर्शन, पीजीएन पोर्टल सहित जनसमस्या निवारण पोर्टल्स में लंबित आवेदनों के बारे में विभागीय अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आवेदनों का निराकरण समय-सीमा में करना अधिकारियों की जिम्मेदारी है। उन्होंने अगले एक सप्ताह में अधिकारियों को पेंडेंसी क्लियर करने के निर्देश देते हुए कहा कि समय-सीमा से प्रकरण बाहर न हो, इसका विशेष रूप से ध्यान रखें। कलेक्टर श्री चतुर्वेदी ने केसीसी निर्माण के संबंध जानकारी ली। उन्होंने हितग्राहियों के आवेदन पर केसीसी कार्ड स्वीकृत करने के लिए बैंक प्रतिनिधि को संबंधित विभाग के मैदानी अमले के साथ संयुक्त रूप से निरीक्षण करने के निर्देश दिए। जिससे प्रकरणों की स्वीकृति में यदि कोई दस्तावेजी कमी है तो वह तत्काल दूर की जा सके। कलेक्टर श्री चतुर्वेदी ने कहा कि स्पैरो पोर्टल के माध्यम से अधिकारी कर्मचारियों के गोपनीय प्रतिवेदन का मूवमेंट होगा। इसके लिए सभी विभागों से जानकारी ली जानी है। उन्होंने अब तक जानकारी नहीं दिए विभागों को जल्द एनआईसी को जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
बैठक में सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव, अपर कलेक्टर रवि राही, अपर कलेक्टर अपूर्व प्रियेश टोप्पो, आयुक्त नगर निगम बृजेश सिंह क्षत्रिय, संयुक्त कलेक्टर राकेश कुमार गोलछा सहित समस्त विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
*राजस्व अधिकारी निर्धारित तिथियों में कोर्ट में करें सुनवाई*
कलेक्टर श्री चतुर्वेदी ने सभी एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार से कहा कि कोर्ट के लिए जो तारीख तय करते हैं उसमें अनिवार्य रूप से सुनवाई के लिए बैठें। प्रकरणों में जहां पटवारी प्रतिवेदन को आवश्यकता है उसे 15 दिन के भीतर मंगवा कर प्रकरणों को निराकृत करें। इसमें अनावश्यक विलंब नहीं होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि नियमित रूप से प्रकरणों को सुनवाई कर समय-सीमा में निराकृत करें।
*सुशासन तिहार के आवेदनों के गुणवत्तापूर्ण निराकरण पर करें फोकस*
कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने सुशासन तिहार के संबंध में अधिकारियों से कहा कि आवेदनों का निराकरण गुणवत्तापूर्ण हो। क्या निराकरण किया गया इसकी जानकारी ऐसी भाषा में लिखें जो आवेदक आसानी से समझ सकें। आवेदनों का निराकरण पूरी संवेदनशीलता और पारदर्शिता के साथ करें। उन्होंने जिन विभागों में अधिक संख्या में आवेदन लंबित हैं उन्हें तेजी से निराकरण करने के निर्देश दिए।
*बिना तारपोलिन ढकें मालवाहक ट्रकों की नहीं होनी चाहिए आवाजाही*
कलेक्टर श्री चतुर्वेदी ने खनिज, पर्यावरण और परिवहन विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि बिना ढकें हुए मालवाहक ट्रकों की आवाजाही नहीं होनी चाहिए। इसके लिए विभाग संयुक्त रूप से जांच और जुर्माने की जो आवश्यक कार्रवाई वह सुनिश्चित करें। परिवहन के दौरान ट्रांसपोर्टर्स और वाहन चालकों में यह व्यावहारिक परिवर्तन आवश्यक है कि गाडिय़ों में तारपोलिन अवश्य ढंका हो।
