
केरल में कोरोना एक बार फिर बेकाबू हो गया है. राज्य में तीन महीने के अंतराल के बाद एक दिन में 31 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए. वहीं, संक्रमण की दर बढ़कर 19 प्रतिशत हो गई. राज्य सरकार की तरफ से बताया गया कि बुधवार को संक्रमण के 31,445 नये मामले सामने आए और इस दौरान 215 लोगों की मौत हो गई. इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 38,83,429 हो गया. वहीं, मृतकों की संख्या बढ़कर 19,972 पहुंच गई.
पिछली बार केरल में 20 मई को एक दिन में संक्रमण के मामले 30,000 के पार चले गये थे. उस दिन 30,491 नये कोविड-19 रोगियों का पता चला था. राज्य सरकार ने संक्रमण को और बढ़ने से रोकने के लिए सघन स्क्रीनिंग कार्यक्रम की घोषणा की है. स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञों ने पूर्वानुमान व्यक्त किया था कि ओणम त्योहार के बाद राज्य में जांच के मामलों में संक्रमण दर (TPR) 20 प्रतिशत से अधिक हो सकती है तथा संक्रमण के मामले भी बढ़ेंगे
केरल में बकरीद त्योहार के बाद 27 जुलाई से रोजाना संक्रमण के लगभग 20,000 नये मामले आ रहे हैं. बकरीद के दौरान सरकार ने कुछ दिन के लिए कोविड संबंधी पाबंदियों में ढील दी थी. राज्य सरकार की तरफ से बताया गया कि मंगलवार से संक्रमण से 20,271 लोग उबर चुके हैं और राज्य में संक्रमणमुक्त हुए लोगों की कुल संख्या 36,92,628 हो गई है. राज्य में फिलहाल कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 1,70,292 है.
मालूम हो कि केरल में हाल ही में 21 अगस्त को ओणम त्योहार मनाया गया है. ओणम के बाद, चिकित्सा विशेषज्ञों ने भविष्यवाणी की थी कि कोरोना पॉजिटिविटी रेट 20 प्रतिशत से अधिक हो सकता है और संक्रमण की संख्या में और बढ़ोतरी होगी.
उधर, केरल में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने वहां की वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार पर निशाना साधा. बीजेपी ने आरोप लगाया कि वह इस संकट को कम करने की बजाय दुष्प्रचार के माध्यम से मामलों को छिपाने में लगी है.
भाजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर हमला करते हुए एक ट्वीट में कहा, ‘केरल में कोविड-19 की स्थिति बेहद चिंताजनक है और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन राज्य के लोगों की रक्षा करने में विफल रहे हैं. कल केरल में कोविड-19 के 24,296 मामले सामने आए हैं और 173 लोगों की जान गई है.’
भाजपा प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने कहा कि केरल पूरी तरह कोरोना महामारी की चपेट में है और राज्य सरकार मामलों को छिपाने में लगी है. उन्होंने राज्य की स्वास्थ्य मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि वह दुष्प्रचार कर रही हैं और लोगों के बीच गलत सूचना फैला रही हैं जैसे केरल में सब कुछ अच्छा हो.