
कोरोना की तीसरी लहर में डंप हो गई 15 करोड़ रुपए की इंजेक्शन और दवाईयां, नहीं आ रहे खरीददार
रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमण तेजी से बढ़ रहे हैं। लेकिन स्थिति गंभीर नहीं होने से लोगों को दवाइयों की जरुरत नहीं पड़ रही है। यही वजह है कि कोरोना के इलाज में उपयोग आने वाली लगभग 15 करोड़ रुपए की इंजेक्शन और दवाईयां डंप हो गई हैं।
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में लोगों को इंजेक्शन और दवाईयों के लिए भटकते देखा गया था। लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी लोगो को जरुरी इंजेक्शन नहीं मिल रहे थे, जिसे ध्यान में रखते हुए कारोबारियों को जरुरी दवाओं का पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश दिए गए थे। जिनमें रेमडेसिवियर, फेवीपीरावरी, फेबीफ्लू, अजिथ्रोमाईसीन, जिंक और मोनोलुपीरावीर टैबलेट जैसी दवाईयां और इंजेक्शन के अलावा हैंड सैनेटाइजर भी शामिल हैं। लेकिन इन सबका बड़ा स्टॉक पड़ा है और खरीददार वैसे नहीं आ रहे, जैसी कि आशंका थी।