
कोविड़ फंड के दुरुपयोग का शिकायत कलेक्टर से == योगेश तिवारी
दिनेश दुबे
आप की आवाज
*कोविड फंड के दुरुपयोग का कलेक्टर से शिकायत, नियमो को ताक पर रखकर सामग्री खरीदी, कार्रवाई की मांग
*किसान नेता ने कलेक्टर से कोविड फंड उपयोग की जांच और भौतिक सत्यापन की मांग
बेमेतरा === केंद्र सरकार से जिला स्वास्थ्य विभाग को मिले कोविड फंड के दुरुपयोग पर कार्रवाई की मांग को लेकर किसान नेता योगेश तिवारी ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा । इस दौरान किसान नेता ने कलेक्टर को अवगत कराया कि विभाग में गड़बड़ी की लगातार शिकायत मिल रही है । जिसमें भारी अनियमितता बरती जा रही है । नियमों को ताक पर रखकर तकनीकी समिति के गठन, कार्य पूर्ण हुए बिना पूर्णता का प्रमाण पत्र देने समेत अन्य स्तर पर अनियमितता बरती जा रही है । इसलिए केंद्र सरकार से मिले कोविड फंड के उपयोग की निष्पक्ष जांच और गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई । इस दौरान पीयूष शर्मा, मनोज शर्मा, गिरीश गबेल, दिव्यांशु शर्मा, तुषार ठाकुर, मृत्युंजय दुबे, शिवम दीवान, चित्रेंद्र पटेल, दीपक साहू, टेक सिंह वर्मा, मनोज दुबे,अगहन वर्मा, सोनू पटेल, विवेक नामदेव, रानू वर्मा, रवि वर्मा,मनोज यादव, रूंगु निषाद, ढाल सिंह निषाद, मनोज बंजारे आदि उपस्थित थे ।
*कोविड फंड के कार्यों की भौतिक सत्यापन स्थानीय स्तर पर कराए जाने की मांग
*किसान नेता ने कलेक्टर को बताया कि स्थानीय स्वास्थ्य विभाग को इमरजेंसी कोविड फंड अंतर्गत करोड़ों रुपए का आवंटन मिला है इस आवंटन का सही उपयोग समय पर ना कर कार्य में विलंब किया गया । इस दौरान केंद्र सरकार से कोविड फंड के अंतर्गत हुए कार्यों के भौतिक सत्यापन के आदेश के बाद जिम्मेदार अधिकारियों में हड़कंप मचा और वे आनन-फानन में कोविड फंड का कार्य करा रहे हैं । इन कार्यों की बारीकी से जांच कराने पर बड़ी गड़बड़ी सामने आएगी । जहां नियमों को ताक पर रखकर तकनीकी समिति का गठन किया गया है । किसान नेता ने कलेक्टर से कोविड फंड के कार्यों के भौतिक सत्यापन स्थानीय स्तर पर कराए जाने की मांग रखी । *पुराने कार्यो को नया बताकर रायपुर की फर्म को पूर्णता का प्रमाण पत्र जारी
*कोरोना की तीसरी लहर के पूर्व केंद्र सरकार से प्राप्त फंड से हुए कार्यों को फिर से नया बता कर कार्य पूर्णता का प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया । इसमें 18 ऑक्सीजन बेड के लिए सेंट्रल पाइप लाइन का विस्तार, फ्लो मीटर समेत अन्य कार्य शामिल हैं, जबकि यह काम सिर्फ कागजों तक ही सीमित है । मरीजों की सुविधा के विस्तार के लिए आई राशि का दुरुपयोग गंभीर मसला है। इस अनियमितता के लिए जिम्मेदार पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है ।