क्या अबला नारीयों की कोई सुनेगा पुकार या कुंभकर्णी निद्रा में सोई रहेगी भूपेश बघेल सरकार,अनुकंपा की मांग पर पंचायत शिक्षक की विधवाओं ने कराया मुंडन:-
सिंहदेव रख चुके थे कैबिनेट में अनुकंपा की बात फिर भी अब तक कलम अटकी हुई है, रविंद्र चौबे ने दिया सिर्फ आश्वासन कहा मैंने कलम फंसा दी है:
आशीष तिवारी आप की आवाज रायपुर(छ.ग.)
रायपुर। अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर पंचायत शिक्षक की विधवाओं का 133 दिनों से धरना प्रदर्शन चल रहा हैं,जिसकी सुध लेने की फुर्सत तक भूपेश सरकार को नही है।सत्ता में आने पूर्व इन्होंने बड़े बड़े वादे इन विधवा महिलाओं से किए थे,लेकिन आज सत्ता आने के बाद इनको पूछने वाला कोई नही है। मानो मुख्यमंत्री भूपेश सरकार कुंभकर्णी निद्रा में सोई हुई है।
आज धरना प्रर्दशन के दौरान अनुकंपा नियुक्ति शिक्षाकर्मी कल्याण संघ की विधवा महिलाओं की स्थिती को देखा तो इस दौरान सभी का सीना पसीज गया जो अनुकंपा नियुक्ति की एक सूत्रीय मांग को लेकर सड़क की लड़ाई लड़ने मजबूर हो चुकी हैं।
20 अक्टूबर से ये महिलाएं धरने पर बैठी आमरण अनशन कर रही हैं,अब तो बहुतों की तबियत खराब हो चुकी है,कुछ का अस्पताल में अभी भी इलाज चल रहा है,खाने पीने तक की दिक्कत हो रही है लेकिन कांग्रेस सरकार ने अब तक इनकी सुध तक नही ली जिन्होंने सरकार बनते ही इनकी अनुकंपा नियुक्ति का वादा किया था।
सिंहदेव ने रखी थी कैबिनेट में अनुकंपा नियुक्ति की बात फिर भी कलम अटका के रखी गई:
अनुकंपा नियुक्ति मांग पर बैठी माधुरी मृगे अनुकंपा संघ की प्रांताध्यक्ष तथा उनके साथियों ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने कैबिनेट में कहा भी था और बात रखी भी थी कि इनकी अनुकंपा नियुक्ति कर दीजिए हमारे प्रदेश की पीड़ित विधवा बेटियां हैं।लेकिन अब सिंहदेव पंचायत मंत्री नही हैं इसलिए अब इसका निराकरण रविन्द्र चौबे जी करेंगे, उनके पास भी जाते हैं तो यही आश्वासन देते है कहते हैं कि मैने कलम फंसा दी है।
आगे इन्होंने कहा कि इस तरह इतने दिनो तक कलम फंसा के रखना और हमको बैठाना कहां कि रणनीति है।
प्रियंका गांधी के लिए फूल बिछाए तो हम भी तो छत्तीसगढ़ की बेटी हैं:
धरने पर बैठी विधवा महिलाओं ने कहा कि जिस तरह प्रियंका गांधी के लिए फूल बिछाए गए तो हम भी तो छत्तीसगढ़ की बेटी हैं सिर्फ हमारी मांग है जो अधिकार है वो हमे दे दीजिए।
आज के धरने में विधवा महिला शांति साहू ने मुंडन करवाकर भूपेश बघेल की सरकार को जमकर कोसा और विरोध किया:
धरनास्थल पर आज शांति साहू नामक विधवा महिला ने मुंडन करवाकर भूपेश सरकार को जमकर कोसा और अपनी व्यथा बताई। उन्होंने बताया कि उनके पति का देहांत 2015 में हुआ और अब तक हम लड़ाई लड़ ही रहे हैं।फिर ससुर का देहांत हुआ और अब हम किसके सहारे जिएं क्योंकि 4 साल का हमारा बेटा है।महिला ने कहा कि कितनी शर्म की बात है सरकार ने छत्तीसगढ़ की बेटियों को सड़क में बिठा दिया।विलाप में महिला ने भूपेश सरकार को जमकर कोसा और ऐसे सरकार को धिक्कार है कहा। हम अपना अधिकार मांग रहे हैं सरकार हमारी मांगे पूरी करें वरना हम यहीं अपने आप को समाप्त करके जायेंगे।
धरनास्थल पर बीजेपी के किसान नेता गौरीशंकर श्रीवास भी बैठे और सरकार को जमकर कोसते हुए भूपेश सरकार सरकार को आईना दिखाया।