
नई दिल्ली: जब से भारतीय क्रिकेट टीम को World Test Championship के फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार झेलने को मिली है, तब से लगातार ये बात उठाई जा रही है कि अब भारत की कप्तानी विराट कोहली (Virat Kohli) की जगह किसी और खिलाड़ी को दे देनी चाहिए. सबसे ज्यादा मांग रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को कप्तान बनाने की उठी है.
रोहित का कप्तानी रिकॉर्ड है शानदार
दरअसल रोहित (Rohit Sharma) को लगातार भारतीय टीम का कप्तान बनाने की मांग इसलिए उठाई जाती है क्योंकि उनका कप्तानी का रिकॉर्ड कमाल का रहा है. आईपीएल को दुनिया की सबसे कठिन लीग माना जाता है. इस लीग का खिताब 5 बार जीतने वाले रोहित इकलौते कप्तान हैं. आईपीएल से अलग रोहित ने जब भी भारतीय टीम की कप्तानी किसी सीरीज या टूर्नामेंट में की है तो कभी भारत हारा नहीं है.
रोहित (Rohit Sharma) की कप्तानी में भारत ने एशिया कप, निदहास ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट जीते हैं. वहीं आईपीएल में रोहित का जीत प्रतिशत विराट (Virat Kohli) से कहीं ज्यादा है. जहां रोहित ने आईपीएल ट्रॉफी जीतने के मामले में दिग्गज कप्तान एमएस धोनी (3) को भी पीछे छोड़ दिया वहीं विराट की कप्तानी में स्टार खिलाड़ियों से सजी आरसीबी सिर्फ एक बार फाइनल में पहुंची है, जहां उसे हार का सामना करना पड़ा है. ज्यादातर तो आरसीबी ग्रुप-स्टेज में ही बाहर हो जाती है.
नॉकआउट मैचों में नहीं चलती विराट की किस्मत
वहीं अगर बड़े टूर्नामेंट में विराट की कप्तानी की ओर देखें तो टीम उनकी कप्तानी में अच्छा प्रदर्शन करते-करते नॉकआउट में फ्लॉप हो जाती है. विराट (Virat Kohli) की कप्तानी में भारत ने पहले 2014 एशिया कप, फिर 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में मात खाई. इतना ही नहीं न्यूजीलैंड के खिलाफ 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल और हाल ही में मिली WTC फाइनल की हार भी इसमें शामिल है.