शहर कांग्रेस की मनमानी, शहादत दिवस के साथ नेहरू के पुण्यतिथि को भूल गए


 

सक्ती। 25 मई झीरम नक्सली हमले में कांग्रेस के प्रथम पंक्ति के नेता शहीद हुए थे जिसे प्रदेश में शहादत दिवस के रूप में मनाया जाता है वहीं देश के प्रथम प्रधानमंत्री की पुण्यतिथि 27 मई है, यह दोनों श्रद्धांजलि कार्यक्रम शहर कांग्रेस द्वारा नहीं मनाया गया।ज्ञात हो कि 25 मई को पूरे प्रदेश कांग्रेस गम में डूबा रहता है और जगह जगह झीरम हमले के शहीदों को नमन और श्रद्धांजलि दी जाती है लेकिन शहर कांग्रेस को इस तरह के किसी भी कार्यक्रम से कोई सरोकार नहीं है। इस बात का एक उदाहरण यह भी है कि शहर कांग्रेस द्वारा 27 मई देश के प्रथम प्रधानमंत्री की पुण्यतिथि पर भी श्रद्धांजलि नहीं दी गई। शहर कांग्रेस में यह बातें आम हो गई है कि उद्योगपति को शहर कांग्रेस की कमान देने के बाद से ही नगर में कांग्रेस किसी भी तरह से एक्टिव नहीं दिख रही है। संगठन के कामों में शहर कांग्रेस की भूमिका शून्य ही दिख रही है बावजूद इसके शहर कांग्रेस पर जिला या प्रदेश संगठन किसी तरह से कोई ध्यान नहीं दे रही है यही कारण है कि शहर कांग्रेस सक्ती के अध्यक्ष लगातार अपनी मनमर्जी चलाते हुए कांग्रेस को पूरी तरह से नगर से खत्म करने में लगे हुए है।

त्रिलोकचंद जायसवाल, अध्यक्ष शहर कांग्रेस

25 मई को जिला कार्यालय जांजगीर में कलेक्टर के बुलावे पर झीरम हमले के शहीदों की श्रद्धांजलि सभा मे शामिल हुए थे यही कारण था कि नगर में कोई भी कार्यक्रम नहीं हुआ, साथ ही 27 मई को भी पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि नहीं मनाई गई क्योंकि कोरोना काल में कुछ कार्यक्रमों को नहीं मनाया जा रहा है।

अर्जुन तिवारी, कांग्रेस प्रदेश महामंत्री एवं जांजगीर जिला प्रभारी

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी और प्रदेश कांग्रेस कमेटी का साफ साफ निर्देश है कि कांग्रेस पार्टी से जुड़े सभी कार्यक्रम ब्लॉक व जिला इकाइयों को मनाना जरूरी है, साथ ही पंडित जी की पुण्यतिथि तो अतिआवश्यक कार्यक्रम में से एक है, जिन्होंने आजादी की लड़ाई से लेकर आजादी के बाद भी अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। इस बात को संज्ञान में लिया जाएगा व शहर कांग्रेस से इस संबंध में जवाब तलब भी किया जाएगा।

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