
गरियाबंद जिले के छुरा ब्लॉक के आदिवासी बालक छात्रावास में अधीक्षक सहित कर्मचारी मिलेंगे गायब, चौकीदार के भरोसे चल रहा छात्रावास, बच्चे हैं सर्दी खांसी से परेशान, जिम्मेदार कोरोना को दे रहा है दावत
भूपेन्द्र गोस्वामी आपकीआवाज़
गरियाबंद जिले के छुरा ब्लॉक विकासखंड के आदिवासी बाहुल्य वनांचल ग्राम तौरंगा के 50 मीटर आदिवासी छात्रावास में देर रात अधीक्षक सहित मौके पर कर्मचारी नदारद मिले। कड़ाके की ठंड से सर्दी खांसी बेहाल बच्चों का सुध लेने वाला कोई नहीं है। एक चौकीदार के भरोसे आदिवासी छात्रावास संचालित हो रही है। आदिवासी छात्रावास के जिम्मेदार अधीक्षक नातुन ध्रुव मौके पर नदारद मिले। छात्रावास के बच्चों व मार्फत कर्मचारी से जानकारी लेने पर सभी ने एक स्वर से अधीक्षक की एक लंबे समय से रात में नहीं रुकने की जानकारी दिया। जबकि नियमों के तहत अधीक्षक को 24 घंटे हॉस्टल में रहना है। आदिवासी छात्रावास में मौके पर नदारद होने को लेकर दूरभाष से जानकारी लेने पर उन्होंने अस्वस्थता के चलते छात्रावास में नहीं रहने की बात की। वही इस प्रतिनिधि द्वारा जानकारी लेने पर कुछ देर बाद अपने घर से वापस आकर स्वयं मौके पर उपस्थित होकर मीडिया के सवालों के जवाब देने के बजाय मीडिया से दुर्व्यवहार करने लगे व अभद्रता पूर्वक कैमरे से बसते हुए माइक आईडी अपने हाथों से जटा के लिए। वहीं जिले के संबंधित जिम्मेदार जिला अधिकारी बी के सुखदेव सहायक आयुक्त जिला गरियाबंद को लगातार मोबाइल फोन के माध्यम से जानकारी देने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन उठाना उचित नहीं समझा। आपको बता दें कि हॉस्टल अधीक्षक हमेशा अपनी ड्यूटी से नदारद रहते हैं जो पड़ताल में पहले भी सामने आ चुका है जिसको लेकर आज एक बार फिर देर रात संवाददाता द्वारा पड़ताल किया गया।
जहां जिम्मेदार हॉस्टल अधीक्षक अपने कर्तव्यों से नदारद मिले।