गांजा, चरस, कोकीन में डूबे रहते हैं लोग, जानिए आखिर क्या होती है रेव पार्टी?

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने बीते शनिवार को मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज शिप पर छापा मारा और हाई प्रोफाइल रेव पार्टी का भंडाफोड़ किया है। मिली जानकारी के तहत इस दौरान भारी मात्रा में ड्रग्स भी बरामद किया गया है, हालांकि, इसे कोई पहला मामला नहीं कहा जा सकता है क्योंकि इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आए हैं। मिली जानकारी के तहत दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु समेत कई शहरों में रोजाना इस तरह की कितनी ही रेव पार्टियां होती हैं, जहां खुलेआम अय्यशी का पूरा इंतजाम होता है। यहाँ शराब, ड्रग्स और नाच-गाने के साथ सब कुछ होता है। यह काकटेल पार्टी बेहद गुपचुप तरीके से आयोजित होती हैं जिनकी किसी को भनक तक नहीं लग पाती है। आपको बता दें कि यह रेव पार्टियां ज्यादातर भीड़भाड़ से दूर आयोजित की जाती है।

क्या होती है रेव पार्टी- दुनिया में रेव पार्टियों का बहुत बड़ा चलन है और यह बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है। ऐसा माना जाता है कि 80 और 90 के दशक में ही इन पार्टियों की शुरुआत हो गई थी। रेव पार्टी क्या है इसके बारे में बात करें तो रेव पार्टी का मतलब जोश और मौज मस्ती से भरी महफिलों से है। इन पार्टियों में धड़ल्ले से गैरकानूनी ड्रग्‍स का इस्तेमाल किया जाता है। यह सब बेहद गुपचुप तरीके से होता है और इन पार्टियों में रईसजादों का मजमा लगा होता है। यहां तेज म्यूजिक बजता है। सभी नशे में डूबे होते हैं। इस दौरान अमीरजादे पूरी रात नशा करते हैं और नाचते हैं। इन पार्टियों में जमकर पैसा बहता है और नशीले पदार्थ बेचने वालों के लिए ये पार्टियां एकदम लॉटरी के जैसी होती हैं।

कौन-कौन से ड्रग्‍स का होता है इस्तेमाल- आपको बता दें कि रेव पार्टियों में हर कोई शामिल नहीं हो सकता है। जी दरअसल इन पार्टियों में जाने के लिए मोटी रकम चुकानी पड़ती है। इन पार्टियों में गांजा, चरस, कोकीन, हशीश, एलएसडी, मेफेड्रोन जैसे ड्रग्‍स का इस्तेमाल होता है। बता दें कि इनमें से ज्यादा ड्रग्स का असर करीब 7 से 8 घंटों तक रह सकता है और रेव पार्टियों में ज्यादातर ड्रग्‍स इसके अयोजक ही उपलब्ध कराते हैं। इन पार्टियों में लड़के ही नहीं लड़कियों की संख्या भी बड़ी होती है और यहाँ सभी एक दूजे के साथ सब कुछ करते मिलते हैं

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