
गौ पालकों ने सीएम को भेंट किया गाय- बछड़ा:एक साल में 26% बढ़ गए गौ पालक 144 करोड़ से अधिक की गोबर खरीदी
पिछले एक साल में प्रदेश में गौ पालकों की संख्या 26 फीसदी बढ़ गई है। पिछले एक साल में 1 लाख 43 हजार 9 नए गौ पालक गोधन न्याय योजना से जुड़ गए हैं। पिछले साल जहां 1 लाख 68 हजार 531 गौ पालक थे वहीं इस साल इनकी संख्या 2 लाख 11 हजार 540 हो गई है। बता दें कि राज्य में गोधन न्याय योजना के तहत रिकार्ड 144 करोड़ रुपए से अधिक की गोबर खरीदी की गई है।
शनिवार को हाउसिंग बोर्ड में मेंबर डायरेक्टर विनोद तिवारी की अगुवाई में गौ पालक महिलाओं और किसानों ने सीएम हाउस में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताया। साथ ही उपहार स्वरूप मुख्यमंत्री को गाय- बछड़ा भेंट किया। साथ ही गौठान में उगाई हुई सब्जी- भाजी, अगरबत्ती, पापड़, मसाले भी मुख्यमंत्री को भेंट किए।
इस दौरान मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के गांव, गरीब, किसानों और महिलाओं के जीवन में आर्थिक समृद्धि और खुशी ही छत्तीसगढ़ मॉडल का मूल उद्देश्य है। वे तीन करोड़ छत्तीसगढ़वासियों के परिवार के सदस्य हैं। परिवार की खुशी में ही उनकी खुशी है।
राज्य में अब तक बने 8 हजार से अधिक गौठान
गोधन न्याय योजना के तहत राज्य में 8 हजार 408 गौठान बनाए गए हैं ताकि लोगों को अपने गांव में ही गोबर बेचने में आसानी हो। बताया जा रहा है कि गांवों में किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर हो रही है। यही वजह है कि राज्य में लगातार गौ पालकों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हो रही है।
विनोद तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री और लाभान्वित गौ-पालक महिला समूह और किसानों की बीच हुई भेंट के दौरान जो भावुकता और आत्मीयता देखने को मिली, वही यह गोधन न्याय योजना की सफलता का परिचायक है।
दूसरे राज्य भी अपना रहे इस योजना को
गोधन योजना को देश के गांवों के विकास के लिए रोल मॉडल माना जा रहा है। इसे लागू करने और इसके फायदे को लेकर देश विदेश में अध्ययन हो रहा है। कई अन्य राज्यों में भी इस योजना को लागू करने पर काम चल रहा है।
सीएम हाउस पहुंचे किसानों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने गोबर को आर्थिक समृद्धि का परिचायक बना दिया है। संतोषी यादव ने कहा, सरकार ने योजना के तहत गौ-पालकों से दो रुपए किलो में गोबर खरीदा। इससे महिला समूहों से जुड़ी लाखों बहनों को रोजगार और आय का जरिया मिला।