
ग्राम पं. डभरा बना अवैध महुआ शराब का गढ़,भगवान शनि देव और राम का बनी माया
बरमकेला/सुधीर चौहान:- बरमकेला पुलिस थाना से महज 3 किलोमीटर कि दुरी पर स्तिथ ग्राम पंचायत डभरा इन दिनों अवैध मादक पदार्थ महुआ शराब विक्री करने एवं निर्माण करने का जखीरा बन गया है, जिससे इस अवैध कार्य शनि देव एवं राम भगवान कि कृपा से हो रही है, एक तरफ नशा मुक्त अभियान जगह जगह चलाई जा रही है तो वहीं डभरा पंचायत मे अवैध महुआ शराब कि गंगा बह रही है,ऐसा क्यों ये किनके छत्र छाया पर चल रही है, सूत्रों के अनुसार महिलाओ ने नशा मुक्ति अभियान को साकार करने कि नियत से अवैध शराब पर अंकुश लगाने कई बार थाना एवं आबकारी विभाग के दरवाजे खटखटा चुके हैं परन्तु विभागीय अधिकारी आँख बंद कर दिए हैं, अवैध तस्कर पर आखिर क्यों हैं पुलिस और आबकारी मेहरबान,हो सकता है शनि देव और राम का आशीर्वाद भी पुलिस और आबकारी पर बनी हुई है, पुलिस थाना से लगे समीपस्त ग्राम डभरा इन दिनों अवैध मामले मे काफ़ी सुर्खियों मे बनी हुई है,अब देखना लाजमी होगा कि इन अवैध तस्करों पर कार्यवाही होता है या इनको और बढ़ावा मिलता है, इस तरह से तस्करो के द्वारा सरकार को खुले चुनौती देते हुए सरकार कि संम्पति का हानि पहुँचाया जा रहा है, डभरा मे नशीले पदार्थों की अवैध बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। प्रशासन द्वारा सिर्फ छोटी-छोटी कार्यवाही कर खानापूर्ति की गई है। बड़ी कार्रवाई नहीं होने के कारण नशीले पदार्थो की अवैध बिक्री पर आज तक विराम नहीं लगा है। ज्ञात हो कि डभरा में मादक पदार्थों की बिक्री करने वालों के हौसले इतने बुलंद हैं कि कुछ न बिगाड़ पाने की धौंस तक दे देते हैं। गांव के लोग इनका विरोध नही कर पाते। क्योंकि खासकर ये लोग आदतन अपराधी या बड़ी पहुंच वाले होते हैं। इससे गांवों का माहौल दिन ब दिन खराब होते जा रहा है। शाम को महिलाएं व लड़कियों को घर से निकलने के पहले सोचना पड़ता है।
महिलाओ ने बढ़ती मादक पदार्थो कि बिक्री पर जताई चिंता
ग्रामीण महिलाओ ने गाँवो में बढ़ती मादक पदार्थों की बिक्री पर चिंता जताई और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। कहा कि नशे के सौदागरों ने उनके बच्चों के भविष्य को बर्बाद कर दिया है। छात्र, युवा वर्ग से लेकर बड़े तक सभी नशे की गिरफ्त में फंसते चले जा रहे हैं। गांव में अवैध महुआ शराब, की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। घरों के आस-पास भी नशे के सौदागर मादक पदार्थ बेचने से बाज नहीं आ रहे हैं और विरोध करने पर लोगों को डराया-धमकाया जा रहा है। कहा कि मादक पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाने की गुहार कई बार पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों से लगाई जा चुकी है। यहां तक कि अधिकारियों को मादक पदार्थों के अड्डे व इससे जुड़े बड़े लोगों के नाम तक बताए जा चुके हैं, बावजूद इसके कार्यवाही नहीं हो रही है। कहा कि अगर शीघ्र ही मादक पदार्थों की बिक्री नहीं रोकी गई तो उनके बच्चे सड़कों पर आ जाएंगे।