
घर-घर टीका लगाने मुनादी, हाथ-पैर भी जोड़े, ग्रामीणों ने ऐसी दूरी बढ़ाई कि बंद करने पड़े 170 सेंटर
रायपुर. गांवों में वैक्सीन का खौफ कुछ इस तरह बढ़ गया है कि घर-घर प्रशासनिक अमले की मुनादी पर पूरी तरह पानी फिर गया है। 45 वर्ष की आयु पूरी कर चुके ग्रामीणों के बीच 100 फीसदी वैक्सीनेशन का लक्ष्य इस तरह से पिछड़ रहा है कि अमले को वैक्सीनेशन सेंटर में तालाबंदी करने तक की मजबूरी बढ़ी है। लगभग 500 गांवों में बुरा हाल है। पहला डोज लगाने के बाद ग्रामीण दूसरा टीका लगवाने से घबराने लगे हैं। जितनों को लगा है, उसमें से 20 प्रतिशत लोग भी नहीं पहुंच रहे हैं। रायपुर जिले के सभी चारों ब्लॉक में मौजूद वैक्सीनेशन सेंटरों को बारी-बारी से बंद कर दिया गया है। जिले के सभी ब्लॉक को मिलाकर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की यूनिट ने 240 वैक्सीनेशन सेंटर खोले थे। शुरुआत में ग्रामीणों में उत्साह बढ़ाने घर-घर जाकर वैक्सीनेशन के बारे में समझाया गया। गांवों से आधी आबादी ने शुरुआत में वैक्सीनेशन करा लिया, बाद में आधे ने टीकाकरण केंद्र से खुद को दूर कर लिया। ग्रामीणों के सेंटर तक नहीं आ पाने के कारण अमले ने बारी-बारी से एक-एक कर वैक्सीनेशन सेंटर को बंद कर दिया। अभी की स्थिति में सिर्फ 70 सेंटरों में ही वैक्सीनेशन का काम चल रहा, जहां गांवों से लोगों के हाथ-पैर जोड़कर टीका लगवाने कहा जा रहा है। प्रशासनिक अफसरों के बताए अनुसार, लोगों में भ्रामक जानकारी कुछ इस तरह से फैल गई है कि एक-एक गांव में 40 से 50 लोग टीका से दूर हो रहे हैं। वैक्सीनेशन सेंटरों में इंजेक्शन को जाम करना मुश्किल है, इसलिए उसे दूसरी जगह उपयोग के लिए ब्लॉक सेंटरों को बंद कर रहे हैं।
देखें रिपोर्ट कार्ड अभनपुर कुल आबादी 3,12,392 टीका लक्ष्य 62,478 फर्स्ट डोज- 56 % सेकंड 10 % आरंग कुल आबादी 3,88,205 टीका लक्ष्य 62,478 फर्स्ट डोज- 56 % सेकंड 10 % धरसींवा
कुल आबादी 2,15,427 टीका लक्ष्य 43,085 फर्स्ट डोज- 55 % सेकंड 11 % तिल्दा कुल आबादी 2,72,833 टीका लक्ष्य 54,567 फर्स्ट डोज- 59 % सेकंड 08 %