बिलासपुर तखतपुर संवाददाता संतोष ठाकुर की रिपोर्ट नगर में नौ दिवसीय रामकथा ज्ञान महायज्ञ में हरिद्वार से आए कथावाचक मधु श्री ने कहा कि श्रवण मनन से आनंद की अनुभूति होती है। राम कथा सुन श्रोता भक्ति रस में डूब गए। उन्होंने कहा कि भगवान शिव एक बार महर्षि अगस्त्य मुनि के आश्रम में राम कथा श्रवण करने गए। साथ में पत्नी सती भी थीं। शिवजी ने ध्यान से रामकथा का श्रवण किया। लेकिन सती कथा सुनी भी तो उनका मन लगा नहीं। संदेह, मोह और भ्रम तीनों ही शब्दों में एक ही प्रकार की समानता है। मगर इसमें सूक्ष्म भेद है। इसका कारण है अज्ञानता। अज्ञानता के कारण हमसे बहुत सारी भूल होती रहती है। हमारा समाज प्रबुद्ध हो, ज्ञान का प्रकाश फैले, तभी रामराज की परिकल्पना साकार हो सकेगी। गोस्वामी तुलसीदास ने कहा कि रामचरित मानस के कथा को सुन लेने से मन विश्वास कर लेता है।
नगर में यह श्री राम कथा श्रीमद् भागवत कथा 24 वर्ष है। जो कि दोपहर 2:00 से श्रीमद् भागवत कथा प्रारंभ होती है। रात्रि 8:00 बजे से 12:00 बजे तक श्री राम कथा तखतपुर क्षेत्र के दूर-दूर तक लोग राम कथा सुनने आते हैं। साथ ही बड़ी संख्या में लोग इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग कर रामकथा व्यवस्था में लगे रहते हैं। श्री राम कथा 21 फरवरी से प्रारंभ होकर 1 मार्च को समापन होगी। प्रतिदिन हनुमान चालिसा से प्रारंभ होती है। श्री राम कथा कार्यक्रम मे मुख्य रूप से उपस्थित रहे। रोहन सिंह ठाकुर, योगेंद्र मिश्रा, हेमंत साहू, सुनील ठाकुर, अनिल सिंह ठाकुर, महेंद्र पांडेय, कुंवर कांत देवांगन, जुगल किशोर पांडेय, कोमल सिंह ठाकुर, लक्ष्मी गुप्ता, रोशन सिंह, हरि सिंह बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।