
बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे,लवन।
एक ओर जहाँ राज्य सरकार प्रदेश को हरित राज्य का दर्जा दिलाने पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से पेड़ लगाने के लिए हरियर योजना के तहत पौधारोपण अभियान चलाया जाता है वही, दूसरी ओर बलौदाबाजार विकासखण्ड के ग्राम पंचायत चंगोरी में इसका उल्टा असर देखने को मिल रहा है। यहंा गांव के एक ही परिवार के तीनों व्यक्तियों के द्वारा पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
मानों ऐसा लग रहा है कि वह पर्यावरण का दुश्मन हो। सरपंच व ग्रामीणों के मना करने के बावजूद मनमानी पूर्वक घास भूमि में लगे 200 पेड़ों की बली चढ़ाकर इक्कट्ठा कर लिया गया है। जिसकी शिकायत सरपंच एवं ग्रामीणों ने तहसीलदार व पुलिस चैकी लवन को लिखित में शिकायत देकर कार्यवाही की मांग किया गया है सरपंच बिसरौतीन बाई व ग्रामीण लच्छीराम, अशोक, अबितराम, भरतलाल, मोजीराम, आशाराम, चिन्ताराम, परदेशी, मिठाईलाल, नेतराम, कृष्ण कुमार, जयराम, तोताराम ने गांव के ही व्यक्ति सवदराम केंवट पिता सुधाराम केंवट, कुंवर सिंह केवट पिता सवदराम केंवट, बरसाती केंवट पिता सवदराम केंवट पर आरोप लगाते हुए बताया कि उक्त तीनों व्यक्तियों के द्वारा मनमानी पूर्वक ग्राम चंगोरी के सरकार घास भूमि में लगे करीब 200 नग हरे-भरे पेड़ों की अवैध रूप से कटाई कर इक्कट्ठा कर लिया गया है। ग्रामीणों के मना करने पर ग्रामीणों को ही तीनों बाॅप-बेटे मिलकर डरा धमका रहे है। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी में आक्सीजन एक बड़ी समस्या बनकर उभरी हुई थी।
आक्सीजन की कमी की वजह से कई लोगों को जान गवानी पड़ी। इसके बावजूद भी ग्रामीण क्षेत्रों के लोग अवैध रूप से पेड़ों की कटाई करने से बाज नहीं आ रहे है। चंगोरी के ग्रामीणों का कहना है कि एक ही तीनों बाॅप-बेटे द्वारा दंबगई पूर्वक 200 पेड़ों की अवैध रूप से कटाई कर चूका है। उक्त पेड़ों की अवैध कटाई किये जाने से प्रशासन को लाखों रूपयों का नुकसान हुआ है एवं पर्यावरण को भी काफी क्षति पहुंची है। ग्रामीणों ने उक्त तीनों बाॅप-बेटे के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करने की मांग किया है। इनका कहना है।
राजस्व निरीक्षक लवन और वनविभाग की संयुक्त टीम बनाई गई है, जैसा रिपोर्ट प्राप्त होगा। उसके हिसाब से नियमानुसार कार्यवाही की जावेगी। बलराम तम्बोली, तहसीलदार लवन