
राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना से पात्र हितग्रहियों के चेहरे पर आई खुशी…..
रामकुमार राम ने कहा मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भूमिहीन मजदूरों के हितों का ध्यान में रखते हुए किया है बेहतर योजना का क्रियान्वयन
जशपुरनगर 09 सितम्बर 2021/प्रदेश सरकार द्वारा प्रारंभ की गयी राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के क्रियान्वयन से शारीरिक श्रम कर अपना जीवन-यापन करने वाले लोगों के चेहरे में खुशी देखने को मिल रही है।
योजनांतर्गत ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर परिवारों नाई, मोची, धोबी, चरवाहा, सहित अन्य जिनके आजीविका का मुख्य साधन मजदूरी करना है उन्हें इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा। योजना के माध्यम से पात्र हितग्राहियों को प्रत्येक वर्ष 06 हजार रूपये की सहायता राशि प्रदान किया जाएगा। इस हेतु सभी पंचायत में आवेदन लेकर पंजीयन किया जा रहा है।
इसी तारतम्य में जशपुर जिले के विकासखण्ड दुलदुला के ग्राम हल्दीमुण्डा के कृषि मजदूर सुखसागर राम ने आवेदन कर अपना पंजीयन कराया। सुखसागर ने बताया कि उनके पास खुद की जमीन नही है। वह मजदूरी कार्य करकर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करता है। खेती के समय वह दूसरो के खेतो में मजदूरी का कार्य करता है पर यह काम केवल कुछ माह के लिए ही रहता है। बाकी समय अपने परिवार के गुजर-बसर के लिए अपने गांव से बाहर जाकर मजदूरी कार्य करता है। उन्होंने बताया कि पंचायत के माध्यम से उन्हें इस योजना के बारे में जानकारी मिली। उनका कहना है कि हम जैसे गरीबों के लिए यह बहुत अच्छी योजना है।
इसी प्रकार ने गट्टीबुड़ा निवासी रामकुमार राम ने बताया कि वह भी शारीरिक श्रम करके अपना जीवन यापन करते है। उनके पास न तो कोई अपनी जमीन है न ही उनके पास आय के कोई अन्य साधन है। वे अपने घर से दूर शहरों में जाकर मेहनत मजदूरी करके अपना गुजारा करते है। उन्होंने बताया कि जशपुर के दुर्गम वनांचल क्षेत्र के भूमिहीन लोगों को इस योजना के माध्यम से सहारा मिलेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया। उन्होंने मजदूरों के हितों को ध्यान में रखते हुए बेहतर योजना संचालित की है। इससे कई परिवारों को लाभ प्राप्त होगा।