
कुछ लोगो पर हो चुका है एफआईआर फिर भी आंदोलनकारी धरना में डटे।
नावापारा :- छाल खुली खदान में चल रहे आंदोलन अब तूल पकड़ने लगा है। आपको ज्ञात हो कि पिछले 13 दिनों से छाल खदान को स्थानीय निवासियों ने नौकरी की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। भू विस्थापितों को स्थायी नौकरी देने के मांग को लेकर धरना दे रहै हैं। आज 13 दिन से अधिक हो गए सरकार को करोड़ों का नुकसान हो गया है ना ही कोई जिम्मेदार इन्हें ध्यान दे रहा है और ना ही किसी प्रकार का कोई समाधान निकला, आंदोलन कारियों के ऊपर एफआईआर भी हो गया मगर न ही इनकी कोई राजनैतिक पार्टी सुध ले रही न ही कोई नेता, जो समर्थन में आये वो खानापूर्ति कर के चले गए। सालों से अपने हक की लड़ाई के लिए दर दर भटकने के बाद अंतिम रास्ता चुना आंदोलन का और वही एसईसीएल प्रबंधन ने अपनी नाकामी छुपाने एफआईआर का रास्ता अपनाया।
वहीं आंदोलनकारियों ने भी लोहा लेते हुए आंदोलन पर डटे रहे।और जेल जाने को तैयार हैं।
सोचने वाली बात यह है कि स्थानीय विधायक व स्थानीय जन प्रतिनिधियों का रवैया दो तरफा नजर आ रहा एक तरफ सत्ता पक्ष के जन प्रतिनिधि आंदोलन के समर्थन में नजर आए और विधायक जी ने यहां आकर बात करना तक मुनासिब न समझा जिससे उनके कार्यकर्ताओ पर एफआईआर तक हो गया । स्थानीय आदिवासी नेता महेंद्र सिदार , नवल राठिया, धनंजय राठिया, सतपुरश महर्षि, नीरज उपाध्याय आज आंदोलन कारियों को समर्थन देने पहुंचे।
महेंद्र सिदार (आदिवासी नेता) :- 5 वीं अनुसूची क्षेत्र में सरकार ने मन मनर्जी ग्रामसभा करके क्षेत्र में एसईसीएल और अन्य कंपनी बसा दिया है, और आज कई किसान आज अपने हक अधिकार की लड़ाई के लिए लड़ रहे है, किसान अपने जमीन देकर भी आज नौकरी से वंचित है,और जब अपने हक को लड़ाई लड़ रही है तो उन्हें शासन द्वारा दवाब बनाया जा रहा है। ये हमारे किसानों के लिए बहुत ही दुर्भाग्य है। भू विस्थापितों को नौकरी दी जाए नही तो सर्व आदिवासी समाज इनके समर्थन में उग्र आंदोलन करेगा और एसईसीएल को सर्व आदिवासी समाज के ओर से चुनौती है कि, यदि आंदोलनकारियों को किसी भी प्रकार से डराने धमकाने की कोशिश की जाती है तो महाआंदोलन होगा।
नवल राठिया (युवा नेता) :- यदि आंदोलनकारियों को एफआईआर का डर दिखा कर प्रबंधन गरीब निर्दोष लोगों को फसाया जा रहा है। मगर अब उनके साथ मैं हूँ, और जेल जाने को तैयार हूं यदि इन पर किसी प्रकार की कार्यवाही होती है तो सबसे पहले नवल राठिया सामने होगा।