
छाल पुलिस ने धरम खदान से जप्त की लोहा से भरी वाहन……. फिर दों दिन बाद कहानी कुछ औऱ निकली
आखिर छाल थाना क्षेत्र में कबाड़ियों कौन दे रहा है पनाह किसकी सह पर बुलंद है हौसले ,
रायगढ़ /छाल : सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार लगभग दों से तीन दिन पर्व रात एसईसीएल के धरम खदान में चोरी करते स्क्रेप लोड वाहन और ड्राइवर को त्रिपुरा रायफल के जवानों ने पकड़ा,पुलिस को बुलाया गया पुलिस ने करवाई करते हुए वाहन को जप्त किया तों चालक को गिरफ्तार कर लिया 2 दिन बाद मामले में नया मोड़ आ गया और एसईसीएल के कर्मचारियों के द्वारा यह बोला गया कि स्क्रैप की शिफ्टिंग का कार्य चल रहा था अब सवाल यह खड़ा होता है कि जब त्रिपुरा राइफल्स के जवान लोहा से भरे वाहन को जब पड़े तो एसईसीएल के कर्मचारी क्या कर रहे थे वही मामले को खत्म नहीं करना चाहिए था वहां पहुंचकर शिफ्टिंग की बात क्यों नहीं बताई क्या यह बताने में उनको दो दिन क्यों लग गया पुलिस स्टेशन में 2 दिन तक खड़ी रही उसके बाद कर्मचारियों द्रारा यह बताया गया की स्क्रैप शिफ्टिंग का कार्य चल रहा था मजबूरन वाहन को छोड़ना पड़ा यह रिस्ता क्या कहलाता है
बीते कुछ माह से चल रहा है स्क्रेब लोहा की चोरी का खेल*
क्षेत्र के दो या दों से अधिक कबाड़ का कार्य करने वाले शक्रियहै कबाड़ी संचालकों के द्रारा खफाया जा रहा लोहा,अगर पुलिस बारीकी से जांच करें तो~इसमें कई सफेद पोशों की साजिश और बड़े कबाड़ियों के नाम आने से इनकार किया नहीं जा सकता!
एक दूसरा मामला : बहरहाल यहाँ यह बताना भी जरूरी है,की कुछ माह पूर्व ही एडु में मुख्य मार्ग के खदान चौक पर लगे धरम खदान का कोल हैंडलिंग प्लांट को भी कटर से काट कर चोरों ने आधा से ज्यादा अर्थात लगभग दो ट्रक भारी लोहा पार कर दिया था,जिसपर केवल लोहा काटने वाले मजदूरों को ही आरोपी बनाकर गिरफ्तार किया गया मामले पर पर्दा डाल दिया गया,उस प्रकरण में आज तक मुख्य सरगना सामने नही लाया जा सका जबकि प्लांट मुख्य मार्ग पर स्थित है जबकि चोर दीनदहाड़े गैस और कटर मशीन लेकर प्लांट में घुस जाते हैं और लोहा कटिंग कर अपने साथ ले जाते हैं ऐसा कैसे हो सकता है कि एसईसीएल के कर्मचारी और पुलिस विभाग को इसकी जानकारी ना हो और मुख्य सरगना अभी भी बच्चा हो ऐसा तो नहीं यह सब सारे खेल में एसईसीएल के कोई बड़े अधिकारी या कर्मचारी ही घटना को अंजाम तों दिलवा रहा हो औऱ पुलिस पहुंच से दूर हो जबकि एसईसीएल के क्षेत्र में सभी जगह जवान तैनात रहते है फिर वहा क्यों नहीं रखा जाता है