
➡️ सुध लेने वाला कोई नहीं, प्रशासन मौन
दिलीप कुमार वैष्णव@ आपकी आवाज
कोरबा छत्तीसगढ़-(करतला) जिले के विकासखंड करतला के अंतिम छोर में बसे ग्राम पंचायत कलगामार के आश्रित ग्राम तराईमार के ग्रामीण और विद्यार्थी विद्यालय,नाले में पुल ना होने से जान जोखिम में डालकर उफनते नाला से ग्रामीण और विद्यार्थी विद्यालय जाने मजबूर हैं। बरसात के मौसम में बेन्द्रों नाला में बहुत अधिक पानी आता है जिससे ग्रामीणों का संपर्क मुख्यालय से टूट जाता है। ग्रामीणों को उफनता नाला पार करके राशन और अन्य सुविधाएं लेनी होती है। पंचायत मुख्यालय और गांव के बीच यह नाला पड़ता है जो बरसात के मौसम में ग्रामीणों के लिए आवागमन में समस्या पैदा करता है। बच्चों को स्कूल और कर्मचारियों को भी कार्य में जाना पड़ता है जो पानी की तेज धार और बहाव के बीच संभव नहीं हो पाता। नाले में पुल नहीं होने की वजह से कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है। जिसका जिम्मेदार आखिर कौन होगा।
ग्रामीणों का कहना है कई वर्षो से प्रशासन पुल बनाने का आश्वासन दे रहा है परंतु अब तक पुल की सुविधा ग्रामीणों को प्राप्त नहीं हुई है।