
जिंदा बुजुर्ग महिला का मृत्यु प्रमाण पत्र पेश कर पटवारी के नाम हुई जमीन , FIR के लिए रिकॉर्ड तलब
मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां 89 साल की बुजुर्ग महिला का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर उसकी सम्पत्ति पटवारी के नाम करा ली गई है। इस बात का खुलासा तब हुआ है जब महिला कलेक्टर ओर एसपी के सामने पहुंची ओर कहा, मैं जिंदा हूं। अब हैरानी की बात तो यह है कि बुजुर्ग नारायणी देवी जिंदा है वह अपने बेटे के साथ पुलिस के चक्कर लगा रही हैं। हालांकि पुलिस ने उनकी शिकायत पर रिकॉर्ड खंगालना शुरू कर दिया है।
शहर के गोला मंदिर इलाके में रहने वाली यह बुजुर्ग 89 साल की नारायणी देवी है जहां इनका एक पुश्तैनी मकान है। उस मकान में कुछ दुकानें हैं जिसका किराया भी आता है। भगवान सिंह नाम के एक पटवारी ने इनका फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया और वसीयत अपने नाम कराकर सरकारी दस्तावेजों में हेराफेरी कर दी। पुश्तैनी मकान अपने नाम कर लिया।
ऑनलाइन प्रमाण पत्र निकलवाने पर फर्जीवाड़ा सामने आया
फर्जीवाड़े की जानकारी नारायणी देवी को तब लगी जब इनके बेटे आनंद तोमर ने जमीन के किसी काम से संबंधित ऑनलाइन प्रमाण पत्र निकालना चाहा। जब सर्वे नंबर में अपने पुश्तैनी मकान का नंबर देखा तो उसके मालिक के आगे भगवान सिंह लिखा हुआ था। यह देख नारायणी देवी और उसके बेटे के पैरों तले जमीन खिसक गई। दोनों ही अपने कागज लेकर एसपी ऑफिस पहुंचे।
2011 के बाद जमीन मालिक बना पटवारी
फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र 2005 को बनवाया गया जबकि मृत्यु 2001 में बताई गई है। मृत्यु प्रमाण पत्र जारी होने के 16 साल तक पीड़ित परिवार को पता ही नहीं चला। 2011 तक उनकी संपत्ति के कागजों में कोई गड़बड़ी नहीं थी लेकिन 28 जनवरी 2022 को जब कुछ सरकारी काम के लिए उनके बेटे ने ऑनलाइन चेक किया तो पटवारी भगवान सिंह मकान मालिक बना दिखा। बहरहाल जिस तरह से मृत्यु प्रमाण पत्र और मकान के कागजों में हेराफेरी को गोपनीय रखा गया। उससे जाहिर होता है कि जालसाज पटवारी नारायणी देवी के मरने का इंतजार कर रहा था और उसके बाद वो संपत्ति पर अपना अधिकार जमा लेता।
एफआईआर के लिए रिकॉर्ड के परीक्षण का इंतजार
शिकायत के बाद पुलिस सरकारी रिकॉर्ड में जानकारी तलब कर रही है। साथ ही फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने में किसकी भूमिका रही उसकी भी जांच करेगी। हालांकि पुलिस ने अभी मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की है। पुख्ता जानकारी मिलते ही पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई करने की बात कर रही है। क्राइम ब्रांच के एएसपी राजेश दंडोतिया ने कहा है कि इस मामले की अभी जांच की जा रही है जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।