जिला प्रशासन जांजगीर के हिटलर रूपी आदेश का नगरवासियों ने किया विरोध,,, सक्ती जिले का मुख्यालय जेठा नहीं नगर सीमा में रखने की उठी मांग,,, नगर सीमा से बाहर जिला मुख्यालय कार्यालय बनाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी

सक्ती। नगरवासियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, जिला निर्माण की घोषणा के बाद से ही नगरवासियों के साथ साथ पूरे क्षेत्र के लोग काफी खुश थे, लेकिन जिला मुख्यालय कार्यालय जेठा जाने की बात सामने आने से लोग काफी दुःखी और आक्रोशित भी हैं।ज्ञात हो कि 15 अगस्त 2021 को प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने प्रदेश में चार जिलों की घोषणा की थी जिसमें सक्ती को भी जिला बनाने की घोषणा हुई। घोषणा उपरांत अप्रैल 2022 में जिला निर्माण हेतु विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारियों की नियुक्ति भी राज्य शासन ने कर दी। जिसके बाद से ही ओएसडी द्वय द्वारा जिला मुख्यालय हेतु स्थल चयन हेतु कार्रवाई आगे बढ़ाई गई। इसी बीच नगर के सर्व दलीय समिति स्थानीय विधायक व विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत से रायपुर निवास भेंट करने गए और मांग भी रखी गई कि सक्ती जिले का मुख्यालय नगर सीमा में ही रखा जाए। जिसपर डॉ महंत ने कहा कि नगरवासियों की भावनाओं का सम्मान किया जाएगा। प्रतिनिधि मण्डल द्वारा अस्थाई व स्थाई जिला कार्यालय हेतु 22 जगहों को चिन्हांकित कर विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा। नगरवासी आश्वस्त थे कि दो दशक के संघर्ष के बाद डॉ मंहत के नेतृत्व में जिला की घोषणा हुई और मुख्यालय भी नगर सीमा में भी होगा। तभी अचानक जांजगीर कलेक्टर कार्यालय द्वारा एक आदेश ने नगरवासियों के सपनों पर पानी फेरने का काम किया जिसमें साफ तौर पर लिखा था कि जिला कलेक्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक कार्यालय जेठा स्थित क्रमशः क्रान्तिकुमार कॉलेज और हाई स्कूल भवन में बनेगा। यह बात नगर में बिजली की गति की तरह फैल गई। अपने सपनों को टूटता देख नगरवासी 3 जून 2022 को हटरी धर्मशाला में सर्वदलीय बैठक कर ओएसडी सुश्री नूपुर राशि पन्ना आईएएस से मिल ज्ञापन देने की रुपरेखा तैयार किए और सभी लोग एसडीएम कार्यालय पहुंचे, जहां ओएसडी नहीं मिले तो तहसीलदार सक्ती को ओएसडी के नाम ज्ञापन सौंपते हुए नगरवासियों की भावनाओ से अवगत कराया गया और कहा गया कि जिला मुख्यालय का कार्यालय नगर सीमा में हो ताकि लोगों को सामाजिक न्याय मिल सके, और जेठा में चूंकि बहुत सारी व्यवहारिक कठिनाई है जिससे जिलेवासियों को भी परेसानी होगी और नगर सीमा में जिला मुख्यालय कार्यालय होने से नगरवासियों के साथ साथ जैजैपुर, हसौद, डभरा, मालखरौदा, सपोस, कोटमी, किरारी, बघौद, टूण्डरी, देवरघटा, फगुरम, अड़भार, सहित सभी जिले वासियों को सुविधा भी होगी और साथ ही रेल्वे स्टेशन का भी पूरा फायदा मिलेगा, वहीं नगर के व्यापार में भी काफी लाभ होगा, साथ ही रोजगार के अवसर बनेंगे। लेकिन जेठा में जिला मुख्यालय बनने से सबसे पहले कॉलेज के विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा वहीं जेठा स्टेशन में सिर्फ पैसेंजर हलटिंग ही जिससे आमजन को परेसानी उठानी पड़ेगी और तो और वहीं टोल प्लाजा भी बन रहा है जिससे लोगों को और ज्यादा परेसानी होगी। कार्यालय जाने वाले आमनागरिकों को भी काफी समस्याओं से जूझना पड़ेगा। इस अवसर पर जिला बनाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष व अधिवक्ता संघ सक्ती के अध्यक्ष दिगंबर चौबे, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष संजय रामचंद्र, सुभाष देवांगन, पत्रकार संघ अध्यक्ष रमेश अग्रवाल, पार्षद रामसंजीवन देवांगन, पूर्व पार्षद संतोष सोनी लाला, शंकर अग्रवाल, कन्हैया गोयल, सक्ती प्रेस क्लब सक्ती के अध्यक्ष ईश्वर लोधी, पप्पू खान, सहित, युवा देवांगन समाज, यादव समाज, मारवाड़ी समाज, ऑटो संघ, व्यापारी संघ, किराना व्यापारी संघ, सहित पत्रकार संघ और भी संगठनों के प्रतिनिधियों सहित सैकड़ों की संख्या में आमजन उपस्थित थे।