
टीएस सिंहदेव फिर पहुंचे दिल्ली, छत्तीसगढ़ में चर्चाओं का दौर तेज
रायपुर. छत्तीसगढ़ में एक बार फिर नेतृत्व परिवर्तन का हल्ला मचा है. सूबे के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंदेव (TS Singhdeo) के दिल्ली (Delhi) दौरे का असर प्रदेश की सियासी सेहत पर देखने को मिल रहा है. टीएस सिंहदेव तीन दिन पहले दिल्ली दौरे पर थे. फिर अंबिकापुर में नवजात बच्चों की मौत की खबर सुनते ही अचानक वापस लौट गए, लेकिन 24 घंटे के भीतर फिर से दिल्ली पहुंच गए. सत्ता पक्ष में चल रही इस हलचल पर पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता चंद्रशेखर साहू ने तंज कसते हुए कहा है कि ये बड़े बहुमत की अस्थिर सरकार है.
मुख्यमंत्री पद की कुर्सी को लेकर चल रही चर्चाओं पर कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी के चार गुना से ज्यादा विधायक है. ऐसे में बीजेपी केवल चर्चाओं में बने रहने के लिए अस्थिर सरकार कह रही है.
हाईकमान के फैसले का इंतजार
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनते ही ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले की सुगबुगाहट शुरू हो गई थी और ढाई साल बीत जाने के बाद भी चर्चाओं का बाजार गर्म है. इस बीच जहां (CM Bhupesh Baghel) का खेमा खुद को मजबूत बता रहा है, वहीं टीएस सिंहदेव (TS Singhdeo) गुट बार-बार इसी बात को दोहरा रहा है कि होगा वही जो हाईकमान तय करेगा.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी गए थे दिल्ली
हालही में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कांग्रेस हाई कमान का बुलावा आया था. चर्चा थी कि कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं के साथ छत्तीसगढ़ में कथित ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री फॉर्मूले पर बात हो सकती है. इसके अलावा छत्तीसगढ़ सरकार का रिपोर्ट कार्ड भी सीएम भूपेश बघेल ने पार्टी हाईकमान के सामने पेश किया. पिछले कुछ समय से छत्तीसगढ़ कांग्रेस में सियासी खींचतान खुलकर सामने आई है. विधायक बृहस्पत सिंह अपनी पार्टी की सरकार में मंत्री टीएस सिंहदेव पर हत्या की साजिश का आरोप लगा चुके हैं. इसके बाद कथित ढाई -ढाई साल के सीएम फॉर्मूले को लेकर दिल्ली में विधायकों की परेड कराई गई थी. इसके बाद राज्य में विधायकों के एक गुट ने शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा दिए थे.