
दिनेश दुबे
आप की आवाज
*मन चंगा त कठौतिया में गँगा आध्यात्मिक संत गुरु रैदास की उक्ति जीवन का मर्म:प्रज्ञा निर्वाणी*
*कृष्ण भक्त रानी मीरा बाई ने गुर बनाया रैदास को :प्रज्ञा निर्वाणी*
बेमेतरा==ग्राम पंचायत भैसा में भक्ति आंदोलन के रहस्यवादी कवि संत एवं समाज सुधारक गुरु रविदास (रैदास) की जयंती बड़े उत्साह के साथ सामाजिक लोगों ने मनाया,पूरे दिन भर के उत्सव में ग्रामीणों ने भंडारा का आयोजन किया गया साथ ही साथ भजन कीर्तन का आयोजन किया गया,
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंची जिला पंचायत सदस्य प्रज्ञा निर्वाणी ने कहा कि संत समाज सुधारक गुरु रैदास का जन्म कांशी बनारस में हुआ था,इन्होंने रामानंदाचार्य को अपना गुरु बनाया था यह शर्त रखते हुए की यह अपने धर्म ज्ञान का प्रचार अपने ही तरीके से करेंगे और आज पूरे भारत मे रविदसिया पंथ के लाखों अनुयायी हैं,
संत रैदास की रचनाओ को सिख समाज के गुरु गुरुनानाक देव जी ने गुरु ग्रंथ साहिब में 41पवित्र लेखो को समाहित किया,
संत रवि दास जिन्हें रैदास के नाम से भी जाने जाते हैं,समाज मे छुआ छुत और जाति प्रथा के मुखर विरोधी रहे,
प्रज्ञा निर्वाणी ने कहा कि संत गुरु रैदास ने सामाजिक सुधार के अगुवा रहे और जीवन भर अपने व्यवसाय चमड़े के जूते बनाने का काम नही छोड़ा,एक बड़ी कथा इनके विषय मे है किसी निश्चित तिथि पर ग्राहक को जुता बनाने का वादा किया था,इनके शिष्यों ने कहा कि चलिए गुरु जी गँगा स्नान कर आये,चूंकि नियत समय मे जूते ग्राहक को देने थे इन्होने शिष्यों को कहा अगर मैं गँगा स्नान के लिए चला जाऊं तो तय समय मे ग्राहक को जूते सी कर नही दे पाऊंगा मेरा मन जूते में ही लगा रहेगा बेमन उपस्थिति से गँगा स्नान का क्या लाभ “मन चंगा तो कठौतियो में गँगा” कहते हैं इनकी भक्ति से प्रसन्न माँ गँगा स्वयं रैदास के कठौती में प्रगट हुई थी,
जिला पंचायत सदस्य प्रज्ञा निर्वाणी ने उपस्थित ग्रामीणों को अपने संबोधन में यह भी कहा कृष्ण की दीवानी मीरा बाई जो एक राजा की बेटी थी और एक बड़े राज परिवार में ब्याही थी संत भक्त रैदास की भक्ति से प्रभावित होकर अपना गुरु बनाया था,
आज हम जो भी व्यवसाय कर रहे हैं उसे बड़ा या छोटा न समझते हुए पूरी तन्मयता और मनोयोग से करते हुए भी ईश्वर की भक्ति और प्राप्ति कर सकते हैं,
ग्राम पंचायत भैसा के सरपंच शिव कुमार पाठक,उप सरपंच बिमला नरेश साहू,पूर्व सरपंच देवनाथ पाल, नाथू राम तुरकाने, मोहित पाठक,पंच आकाश सिंह चंदेल,लक्ष्मण साहू,मानाराम साहू,राम सिंग साहू,बाबूलाल यादव,लक्ष्मी बाई साहू,बृज बाई, डॉ अशोक साहू,बलराम साहू ने मंचीय उपस्थिति प्रदान की क्रायक्रम की अध्यक्षता मेहर समाज के प्रदेश कार्यकारणी सदस्य जलेश्वर पाठक ने की,ज्ञान गँगा रवि दास भजन मंडली ने सांस्क़ृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी.।
