कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के प्रांताध्यक्ष नीलमणि दुबे के आह्वान पर पूरे प्रदेशभर में तहसीलदार और नायब तहसीलदार ने विद्यालय पहुंचकर बच्चों के साथ मिलकर शाला प्रवेशोत्सव मनाया। विद्यार्थियों को गुलाल लगाकर किया गया स्वागत। स्वागत पश्चात बांटी गई मिठाइयां, चॉकलेट, बिस्किट ,फल, फूल ,पेन किताब, पुस्तकें ,साइकिल एवं ड्रेस।
पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में नए शैक्षणिक सत्र का शुरुआत 26 जून बुधवार से शुरू हो गया स्कूल खुलने के साथ ही सभी स्कूलों में शाला प्रवेश उत्सव मनाया गया
बिलासपुर जिले से नायब तहसीलदार ओमप्रकाश चंद्रवंशी ने बताया कि बिलासपुर जिले के तहसीलसर नायब तहसीलदारों ने जिले के विभिन्न स्कूलों जिसमें बेलगहना के बहेड़ामुडा ,कोटा के कन्या स्कूल , बिल्हा के माध्यमिक स्कूल बिल्हा , मस्तूरी के प्राथमिक शाला मल्हार में , तखतपुर, रतनपुर, बिलासपर शहर के विभिन्न स्कूलों में पहले दिन पहुंचकर राजस्व टीम ने बच्चों को तिलक लगाकर स्वागत की एवं चॉकलेट बिस्किट खिलाकर बच्चों का उत्साह वर्धन किया गया
वही साला प्रवेश उत्सव पूरा प्रदेश भर में 15 जुलाई तक चलेगा। साला प्रवेश उत्सव के अवसर पर राजस्व टीम के साथ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के प्रांतअध्यक्ष तहसीलदार नीलमणि दुबे ने अनोखे अंदाज में प्राथमिक शाला बांसरकर , दुलदुला स्कूल में बच्चों के साथ उपस्थित रहकर पूजा अर्चना किया और फल चॉकलेट बिस्कुट से बच्चों का मुंह मीठा कराया गया एवं पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया गया। वही आज शाला प्रवेश उत्सव के लिए ने विज्ञार्थियो के साथ समसायिक प्रश्नोत्तरी किया,गुरुजनो को पौधा भेट किया बच्चों को बिस्किट ,पेन ,पुस्तक,गणवेश वितरण किया तथा साथ मे भोजन किया ।अपने बीच अधिकारियों को पाकर बच्चों के बीच उत्साह देखा गया।
साइकिल ,यूनिफॉर्म, कॉपी किताब भी वितरण: किया गया
गौरतलब है कि पूरे प्रदेश भर में आज से स्कूल की छुट्टी खत्म हो गई और नए शैक्षणिक सत्र का प्रारंभ हो गया। साला प्रवेश उत्सव मनाने के लिए पूरी छत्तीसगढ़ सरकार ने एक ओर जहां कमर कस ली है तो वहीं दूसरी ओर कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के प्रांताध्यक्ष ने पूरे प्रदेश भर के तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार को साला प्रवेश उत्सव मनाने के लिए आवाहन किया।
उक्त संबंध में कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के मीडिया प्रभारी ओमप्रकाश चंद्रवंशी एवं नायब तहसीलदार बिलसापुर ने कहा कि बच्चों को खूब ज्ञान अर्जन के लिए प्रेरित करना चाहिए । शिक्षा हमें सही और गलत को पहचानने का रास्ता बताती है। हमें तर्क एवं जिज्ञासा पढ़ने से ही प्राप्त होता है। शिक्षा आत्मनिर्भरता सिखाती है, खूब पढ़े खूब खेलें।
इसके साथ ही पालक गण,जनप्रतिनिधि एवं समाजसेवियों ,अधिकारीयों के शाला में जाकर बच्चों के बीच ज्ञान एवं अनुभव साझा करने से विद्यार्थियों के ज्ञान में वृद्धि होती है एवं उनका उत्साह वर्धन होता है प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री ओमप्रकाश चंद्रवंशी से चर्चा करने पर उन्होंने बताया की हम समय समय पर सभी शालाओं का निरीक्षण करें छात्र छात्राओं के गे उत्साहवर्धन कर शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार लाने में योगदान दिया जायेगा .