
नई दिल्ली: त्योहारों का मौसम (Festive Season) चल रहा है. इस मौसम में लोग जमकर खरीदारी करते है. बढ़ती महंगाई के बीच कई बार खरीदारी से लोगों का बजट बिगड़ जाता है. ऐसे में आपको अपनी सेविंग में मैनेज करना होता है. लेकिन, महज एक त्योहार की शॉपिंग के लिए एफडी तुड़वाना, एलआईसी के पैसे निकलवाना फायदे की बात नहीं होती है. ऐसे में, आपके पास एक बढ़िया विकल्प है, जिससे आपकी जम कर खरीदारी भी हो जाएगी और सेविंग्स भी नहीं तोड़ने पड़ेंगे.
सैलरी ओवरड्राफ्ट है बढ़िया विकल्प
सैलरी ओवरड्राफ्ट (Salary Overdraft) आपके लिए त्योहारी सीजन में अच्छा ऑप्शन हो सकता है. अगर आप नौकरी करते हैं तो जान लीजिए कि बैंक अपने ग्राहकों को सैलरी ओवरड्रॉफ्ट की सुविधा देता है. इस सुविधा के तहत आप खाते में मौजूद राशि जितना या उससे अधिक बैंक से निकाल सकते हैं. इसमें आप अपनी सैलरी से करीब तीन गुना ज्यादा तक पैसा बैंक से ले सकते हैं. यानी आपके खाते में भले ही बैलेंस ना हो, लेकिन आप इससे ज्यादा पैसे निकाल सकते हैं.
क्या होता है सैलरी ओवरड्राफ्ट
सैलरी ओवरड्राफ्ट बैंक की तरफ से दिया जाने वाला एक लोन है जो आपके रिकॉर्ड को देखकर दिया जाता है. जिस तरह से लोन को चुकाने पर आपको ब्याज देना होता है ठीक वैसे ही इसे भी चुकाने पर आपको ब्याज देना पड़ता है. लेकिन, इसका ब्याज क्रेडिट कार्ड से सस्ता होता है और हर महीने एक से तीन फीसदी का ब्याज लग सकता है.
ओवरड्राफ्ट सुविधा का लाभ
अगर किसी व्यक्ति के बैंक अकाउंट में पैसे नहीं हैं तो भी उन्हें एक लिमिट तक पैसे निकालने की अनुमति होती है. यह पैसे आपको घर, एफडी या इंश्योरेंस पॉलिसी को कोलेटरल रखने के बाद मिल सकता है. इतना ही नहीं, अब आप इक्विटी के जरिए भी ओवरड्राफ्ट सुविधा का लाभ ले सकते हैं. इसपर कोई इंटरेस्ट-फ्री पीरियड नहीं होती है. आप जिस दिन से ओवरड्राफ्ट सुविधा के लिए पैसे निकालेंगे उसी समय से ब्याज और फीस जुड़ना शुरू हो जाता है.
पैसे निकालना भी है आसान
आपको बता दें कि यह ओवरड्रॉफ्ट प्री-अप्रूव्ड होता है और इसकी लिमिट फिक्स होती है. आप किसी भी समय इस लिमिट तक पैसा मिनटों में निकाल सकते हैं. हालांकि, हर बैंक के अपने अलग अलग नियम है. ओवरड्राफ्ट सुविधा के लिए हर महीने आपको 1 से 3 फीसदी का ब्याज देना होता है. यानी इस लोन पर आपको सालाना 12 से 30 फीसदी का ब्याज चुकाना होगा.