
‘दिखावे’ की जनसुनवाई : विरोध में नारेबाजी करते रहे ग्रामीण, अफसरों ने प्लांट शुरू करने औपचारिकता भी पूरी कर ली
बिलासपुर. ये कैसी जनसुनवाई है, एक तरफ ग्रामीण कोलवासरी विस्तार के विरोध में हंगामा करते रहे. दूसरी तरफ अफसरों ने प्लांट शुरू करने की औपचारिकता भी कर ली. बिलासपुर में मंगलवार को जनसुनवाई करने पहुंचे अफसरों को नाराज ग्रामीणों ने रोक दिया. इस दौरान पुलिस जवानों ने उन्हें खदेड़ने के लिए लाठियां लहरा दी. दहशत में ग्रामीण इधर-उधर भागकर फिर एकत्रित हुए और नारेबाजी करते हुए जनसुनवाई का विरोध किया. बावजूद इसके अफसरों ने मेसर्स फिल स्टील एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड शुरू करने जनसुनवाई की औपचारिकता पूरी कर ली. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि उनकी आपत्ति को दरकिनार कर जिला प्रशासन के अफसर फैक्ट्री प्रबंधन के साथ मिलकर मनमानी करने पर उतर आए हैं.ग्रामीणों ने स्टील प्लांट और कोलवासरी के विस्तार का विरोध करते हुए सोमवार को कलेक्ट्रेट का घेराव कर जनसुनवाई स्थगित करने की मांग की थी. फिर भी उनकी आपत्ति को नजर अंदाज कर दिया गया. कोनी थाना क्षेत्र के ग्राम घुटकू में होने वाले जनसुनवाई के चलते मंगलवार सुबह से ही यहां स्कूल परिसर में पुलिस अफसर और जवान तैनात थे. उन्होंने विरोध करने वाले ग्रामीणों को परिसर के बाहर ही रोकने की योजना बनाई थी. जैसे ही ग्रामीणों की भीड़ नारेबाजी करते हुए स्कूल परिसर पहुंची उन्हें जवानों ने रोक दिया. इस दौरान ग्रामीणों से पुलिस अफसरों से बहस और झूमाझटकी भी हुई. गांव वालों के हंगामा मचाने पर पुलिस जवान लाठी लेकर दौड़ाने लगे.
जिला प्रशासन की तरफ से बताया गया है कि तखतपुर तहसील के ग्राम घुटकू में 19 और 20 अप्रैल को जनसुनवाई आयोजित किया गया है. घुटकू स्थित हायर सेकण्डरी स्कूल परिसर में दोपहर 12 बजे से जनसुनवाई शुरू हुई. पहले दिन स्टील प्लांट लगाने के लिए जनसुनवाई की गई. अब बुधवार को कोलवासरी के विस्तार के लिए जनसुनवाई होगी. पर्यावरण स्वीकृति प्रदान करने के लिए पहले दिन मंगलवार को मेसर्स फिल स्टील एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड के लिए सुनवाई हुई और दूसरे दिन 20 अप्रैल को मेसर्स फिल कोल बेनिफिट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के विस्तार के लिए जनसुनवाई होगी. ग्रामीणों ने बताया कि जिस दिन से उन्हें जनसुनवाई की जानकारी मिली है. इसके बाद से ही आपत्ति दर्ज कराकर विरोध किया जा रहा है. इसके बाद भी कलेक्टर मनमानी करते हुए ग्रामीणों पर दबाव डाल कर जनसुनवाई करा रहे हैं. विरोध करने पर पुलिस की लाठी के बल पर डरा धमका कर जनसुनवाई कराया गया है. उन्होंने बताया कि घुटकू, तुर्काडीह, निरतू, लोखंडी, हांफा, जोकी, देवरी, मंगला, सकरी, कोनी, लमेर, भाड़म, पर्थरा, कुंडा, गोकुलपुर, कछार, लोफंदी, सेंदरी, खरगहना सहित दस किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांव के लोग स्टील प्लांट और कोलवासरी का विरोध कर रहे हैं.
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि फैक्ट्री संचालक ने फर्जी तरीके से भू-जल दोहन की एनओसी ली है. हमने पर्यावरण प्रदूषण मंडल और कलेक्टर कार्यालय से जानकारी मांगी थी, जिसका अब तक कोई जवाब नहीं दिया गया है. जब गांव वालों को अब तक कोई जानकारी नहीं दी गई तो जनसुनवाई की तारीख कैसे तय कर दी गई है. इसमें कंपनी के मालिक और अफसरों की मिलीभगत है. उनके विरोध और आपत्ति के बाद पर्यावरण प्रदूषण मंडल, खनिज सहित अन्य विभाग से न तो कार्रवाई की गई और न ही जानकारी दी गई. अफसरों से मिलीभगत कर पहले दस्तावेज बनाकर प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.