दुर्ग-रायपुर-बिलासपुर में भारी बारिश की चेतवानी, बिजली गिरने से 4 जिलों में 56 मौतें
रायपुर. छत्तीसगढ़ में बस्तर के रास्ते मानसून ने अपनी दस्तक दे दी है. पिछले 2 दिनों से ही अलग-अलग जिलों में बारिश शुरू हो गई है. रायपुर-दुर्ग, बिलासपुर संभाग के सभी जिलों में 20 जून को बारिश की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग ने 23 जून तक रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग संभाग के 16 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी है. बारिश को लेकर लोगों को सावधान रहने कहा गया है. हालांकि सोमवार की सुबह दुर्ग में मौसम साफ नजर आ रहा है, लेकिन फिर भी बारिश की संभावना को देखते हुए लोग अलर्ट मोड पर हैं. बीते रविवार को आकाशीय बिजली गिरने से राज्य के 4 जिलों में 56 मौतें हुई हैं.
मौसम विभाग रायपुर से मिली जानकारी के मुताबिक एक द्रोणिका पूर्वी उत्तर प्रदेश से मणिपुर तक स्थित है. एक द्रोणिका विदर्भ से तमिलनाडु तक 3.1 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है. इसके चलते छत्तीसगढ़ में 20 जून को अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम होने की संभावना है. इसके बाद 21 से 23 जून तक भारी बारिश की संभावना है. प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात होने तथा अंधड़ चलने की संभावना जताई गई है. राजनांदगांव में सोमवार की सुबह से ही झमाझम बारिश हो रही है. बारिश के चलते तामपान में गिरावट दर्ज की गई है. लोगों को गर्मी से राहत मिली है. साथ ही बुवाई के काम में भी तेजी आने की संभावना है. बलौदाबाजार में भी सोमवार सुबह से ही झमाझम बारिश हो रही है.
आकाशीय बिजली में 56 जानें गईं
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद, मुंगेली, गौरेला, बलौदाबजार में बीते रविवार को आकाशीय बिजली ने कई जानें लीं. उक्त चारों जिलों में एक-एक व्यक्तियों की मौत आकाशीय बिजली गिरने से हो गई. गरियाबंद में 52 बकरियों की मौत भी आकाशीय बिजली के कारण बीते रविवार को हो गई. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आकाशीय बिजली गिरने से हुई मौतों पर दु:ख जताया है. साथ ही सरकार द्वारा सहायता का आश्वासन भी दिया है. कोरबा में पहली बारिश से ही एस ई सी एल की खदानों में कोयला उत्पादन कम हो हो गया है. लक्ष्य के मुकाबले एक लाख 40 हजार टन कम उत्पादन हुआ है. इसके चलते संयंत्र में कोयला सप्लाई पर भी असर पड़ेगा.