
नक्सलियों ने मजदूरों को बंधक बनाया पांच वाहन फूंके, डीजल टैंक फोड़ा छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर सड़क निर्माण नहीं करने की दी धमकी
जगदलपुर। छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर नक्सलियों का उत्पात लगातार जारी है। गढ़चिरौली जिले में सड़क निर्माण कार्य में लगे पांच वाहनों को माओवादियों ने आग के हवाले कर दिया है। दो पोकलेन, ट्रक, ट्रैक्टर समेत अन्य वाहनों का डीजल टैंक फोड़कर उसमें आग लगा दी। फिलहाल इलाके में सड़क निर्माण काम बंद कर दिया गया है। मामला हालेवारा थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक जिले के एटापल्ली इलाके में सड़क निर्माण का काम चल रहा था। जहां अचानक जंगल की तरफ से भारी संख्या में हथियारबंद माओवादी पहुंच गए। उन्होंने पहले निर्माण काम में लगे मजदूरों को बंधक बनाया, फिर यहां पांच गाडिय़ों का डीजल टैंक फोड़कर आग लगा दी। मजदूरों को काम न करने की धमकी भी दी है। वारदात को अंजाम देने के बाद माओवादी जंगल की तरफ लौट गए। इन इलाकों में माओवादियों के उत्पात लगातार जारी है। माओवादियों ने दो दिन पहले इसी इलाके में एक सरेंडर माओवादी की हत्या की थी। जिले में लगातार हो रहे सरेंडर से नक्सल संगठन में काफी बौखलाहट देखने को मिल रही है। इसी वजह से मौका देखकर सरेंडर माओवादी की नक्सलियों ने धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी गई।
चर्चा के लिए कोई शर्त नहीं, माहौल बनाएं
बस्तर को दशकों से अशांत कर रखे नक्सलियों ने हाल ही में राज्य सरकार से बातचीत की इच्छा जताते हुए कुछ शर्तें रखी थीं। उनकी पहल पर राज्य सरकार ने भी अपना पक्ष रखा था। अब एक बार फिर से शांति वार्ता को लेकर नक्सली प्रवक्ता नेता विकल्प ने कहा है कि वार्ता के मामले में हमारे बयान में उठाए गए मुद्दों पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा कुछ न कहना और यही रटना कि भारत के संविधान पर विश्वास प्रकट करने पर ही किसी भी मंच पर बातचीत के लिए तैयार हैं, सरकार के अडिय़ल रवैए को दर्शाता है। विकल्प ने कहा है कि हम यही स्पष्ट करना चाहते हैं कि अनुकूल वातावरण में ही वार्ता हो सकती है जो सरकार पर निर्भर है। छत्तीसगढ़ सरकार के गृह मंत्री ने नि:शर्त वार्ता की बात की, हवाई हमले, बमबारी, घेराव, दमन और मुठभेड़ में फंसने से बच निकलने नहीं देने की मुख्यमंत्री एवं पुलिस अधिकारियों की धमकियों के बीच निशर्त वार्ता कैसे संभव हो सकती है। शांति वार्ता को लेकर माओवादी नेता ने कहा कि सरकार यदि बातचीत के लिए ईमानदार है तो हमारे लिए अनुकूल वातावरण निर्मित करे, हमने कोई पूर्व शर्त नहीं रखी, केवल वार्ता के लिए माहौल बनाने के तहत ही पाबंदी हटाने, कैंपों को हटाकर फोर्स को वापस भेजने और वार्ता करने के लिए जेल में बंद नेताओं को रिहा करने की बात ही सामने रखी है।