
पंचायत चुनाव में खूब खपी शराब व बीयर, पहली तिमाही में दोगुना हुआ राजस्व
लखनऊ. उत्तर प्रदेश आबकारी विभाग ने पहली तिमाही के राजस्व के आंकड़ा जारी किया है. जिसमें इस तिमाही में शराब और बीयर की बिक्री ज्यादा हुई है. जिसके बढ़ने के पीछे के कारण का अनुमान यूपी पंचायत चुनाव 2021 को लगाया जा रहा है. कहा जा रहा है कि इस बार के पंचायत चुनाव में देसी व अंग्रेजी और बीयर खूब पी और पिलाई गई है.
आबकारी विभाग के राजस्व आंकड़े के अनुसार चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में कुल 8270 करोड़ का राजस्व मिला है. जो पिछले साल मिले राजस्व से 3291 करोड़ रुपए ज्यादा है. वहीं पिछले साल इस तिमाही में महज 4969 करोड़ रुपए का राजस्व मिला था. इस बार जो राजस्व मिला है वो लक्ष्य के 66 फीसद है. इस बार का राजस्व का लक्ष्य सरकार ने 11,250 करोड़ रुपए रखा था
बता दे कि इस बार के पहले तिमाही में कुल 35 दिन शराब की दुकानें कोरोना लॉकडाउन के कारण बन्द थी. जब यह दोबारा जून में कोरोना प्रोटोकॉल पालने करने के तहत खोली गई थी. इसके बावजूद भी इस बार यूपी में शराब की बिक्री पिछली बार की अपेक्षा ज्यादा हुई है. जिससे सरकारी खजाने को पिछली बार से दोगुना राजस्व मिला है.
गौरतलब है कि इस बार के यूपी पंचायत चुनाव को चार चरणों मे सम्पन्न कराया गया है. इस चुनाव के दौरान पुलिस ने कई प्रत्याशियों के यहां पर छापेमारी करके उ के यहां से अवैध शराब बरामद किया था. साथ ही इसके लिए पुलिस और आबकारी विभाग ने उनपर कार्रवाई भी की थी. जिसे देखकर यही कहा जा सकता है कि इस बार के निकाय चुनाव में प्रत्याशियों ने मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए शराब और बीयर खूब बंटवाई थी.