दंतेवाड़ा में नक्सलियों का कहर: सरपंच पद के प्रत्याशी जोगा बारसा की घर में घुसकर हत्या

आधी रात को नक्सलियों ने कुल्हाड़ी से दरवाजा तोड़कर किया हमला, इलाके में दहशत का माहौल

दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर गांव में पंचायत चुनाव से पहले नक्सलियों ने खूनी खेल खेलते हुए सरपंच पद के प्रत्याशी जोगा बारसा की बेरहमी से हत्या कर दी। गुरुवार की रात करीब 12 बजे हथियारबंद नक्सलियों का एक दल उनके घर में घुसा और धारदार हथियार से हमला कर उनकी जान ले ली। इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है।

कुल्हाड़ी से दरवाजा तोड़कर दिया वारदात को अंजाम
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, 5-6 नक्सली जोगा बारसा के घर पहुंचे थे। उन्होंने दरवाजा कुल्हाड़ी से तोड़कर घर के अंदर प्रवेश किया और जोगा पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। परिवार के सदस्यों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, लेकिन नक्सलियों ने किसी की एक न सुनी। हमलावरों ने अपनी पहचान छिपाने के लिए चेहरे पर कपड़ा बांध रखा था।

पहले भी मिल चुकी थी नक्सलियों की धमकी
जानकारी के अनुसार, जोगा बारसा की पत्नी पूर्व में अरनपुर गांव की सरपंच रह चुकी थीं। इस बार सीट आरक्षित होने के कारण जोगा स्वयं चुनावी मैदान में उतरे थे। बताया जाता है कि नक्सलियों ने उन्हें पहले भी धमकी दी थी, लेकिन इस बार उन्होंने उनकी हत्या कर दी। इस जघन्य घटना के बाद गांव में तनाव और भय का माहौल है।

पंचायत चुनाव से पहले नक्सली फैला रहे दहशत
पंचायत चुनाव से पहले नक्सलियों द्वारा दहशत फैलाने की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी अरनपुर के पास बुरगुम गांव में एक ग्रामीण की हत्या की गई थी। नक्सलियों की इन गतिविधियों से पंचायत चुनाव की प्रक्रिया प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है।

पुलिस ने शुरू की जांच, बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अधिकारियों ने नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के संकेत दिए हैं। वहीं, इस घटना के बाद क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता गहरा गई है, और ग्रामीणों ने सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।

ग्रामीणों में डर का माहौल, चुनावी प्रक्रिया पर असर संभव
जोगा बारसा की हत्या ने न सिर्फ अरनपुर बल्कि पूरे दंतेवाड़ा जिले में भय का माहौल पैदा कर दिया है। पंचायत चुनाव को लेकर लोग आशंकित हैं, और प्रशासन पर चुनावी प्रक्रिया को सुरक्षित और निष्पक्ष तरीके से संचालित करने का दबाव बढ़ गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button