
कोरबा. सृष्टि इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक ने आज से लगभग 10 साल पूर्व एक युवक का पथरी निकालने की बजाए उसको बिना बताए उसकी किडनी निकाल ली थी. पीड़ित ने इस मामले की शिकायत स्वास्थ्य से की थी. जांच में मामला सही पाया गया. जिस पर पुलिस ने फर्जी डॉक्टर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. जिले में या मामला सामने आने के बाद जिले में हड़कंप मच गया है. 1 दिन पहले ही गीता देवी मेमोरियल हॉस्पिटल में गोरखधंधा का मामला सामने आया था. इसके ठीक एक दिन बाद रामपुर चौकी पुलिस ने एक ऐसी ही फर्जी डॉक्टर के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है. जानकारी के अनुसार संतोष गुप्ता नामक युवक को पथरी की शिकायत होने पर आज से लगभग 10 साल पूर्व उसने सृष्टि ऑफ मेडिकल इंस्टीट्यूट में पदस्थ चिकित्सक डॉक्टर एसएन यादव के पास इलाज के लिए पहुंचा था.
जहां चिकित्सक ने उसकी पथरी निकालने की बजाए बिना अनुमति के किडनी निकाल लिए. जब पीड़ित संतोष गुप्ता को इसकी भनक लगी तो उसके होश उड़ गए थे. जिसके बाद उसने इस मामले शिकायत जिला प्रशासन से की थी. इस मामले की जांच में पाया गया कि चिकित्सक एसएन यादव ने घोर लापरवाही बरती थी जो बिना डिग्री के ही चिकित्सक बन बैठा था और युवक के साथ खिलवाड़ किया था. मामले में पुलिस ने चिकित्सक के खिलाफ धारा 420,419 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है.