
जशपुर बगीचा ।। मामला जशपुर जिला के विकासखंड बगीचा का है जहां फ़ूड इंस्पेक्टर का कहना है कि बीते नवम्बर महीने में उन्होंने बगीचा फ़ूड इंस्पेक्टर के तौर पर जॉइन किया है तबसे वह लगातार राशन दुकानों का निरीक्षण कर रही हैं और दुकानों में लगातार भारी अनियमितताएं सामने आ रही है । राशन कार्ड में पात्र लोगो के नाम नहीं जोड़ने और फर्जी तरीके से अपात्र लोगो के नाम जोड़े जाने सहित कई बड़ी अनियमितताएं सामने आईं ।उन्होंने एक बड़ी बात यह भी बतायी की राशन विक्रेताओं के द्वारा ऊनसे लगातार उनके आईडी पासवर्ड मांगे जा रहे थे ताकि विक्रेता मनमाने तरीके से काम कर सके और जब उन्होंने आईडी पासवर्ड उन्हें नहीं दिया तो उन्होंने मुझे बगीचा से हटाने के लिए मोर्चा खोल दिया है । फ़ूड इंस्पेक्टर ने आगे यह भी बताया कि राशन दुकानों पर शतत निगरानी बनाये रखने के लिए सतर्कता समिति बनाई गयी है जिनके नाम और नम्बर राशन दुकान के दीवालों पर लिखना होता है लेकिन उनके द्वारा किये गए 62 दुकानों के निरीक्षण में एक भी दुकान में सतर्कता समिति के लोगो के नाम और नम्बर नहीं लिखे गए थे ।इतना ही नहीं 2019 में ही सभी राशन दुकानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए थे लेकिन उनके द्वारा जाँच किये गए किसी भी दुकान में सीसीटीवी कैमरा नहीं लगाया गया सिवाय एक दुकान छोड़कर और जिस एक दुकान में सीसीटीवी कैमरा लगा है वहां का सीसीटीवी कैमरा खराब कर दिया गया है । फ़ूड इंस्पेक्टर ने कहा कि उनके द्वारा दुकानों के लगातार निरीक्षण किये जाने और दुकानों में वयाप्त कमियां उजागर होने से राशन दुकानदारों में हड़कम्प मचा हुआ है।उन्हें अनियमितता करने का मौका नहीं मिल पा रहा है इसलिए सभी दुकानदार लामबंद होकर उनके खिलाफ झूठी शिकायत करने उनकी छवि धूमिल करने में लगे हैं और इनकी कोशिश यह है कि किसी तरह बगीचा से उनका ट्रांसफर हो जाय ।
आखिरी में उन्होंने बताया कि उनके द्वारा न तो किसी से पैसे की मांग की गई न ही किसी को बेवजह धमकाया गया बल्कि दुकानदारों को नियम के तहत काम करने को कहा गया है ।
आपको बता दें कि सोमवार को बगीचा ब्लॉक के 107 राशन दुकानों में से 69 राशन विक्रेताओं ने बगीचा एसडीएम को फ़ूड इंस्पेक्टर के विरुद्ध शिकायतों का पुलिंदा सौंपते हुए 10-10 हजार रिश्वत मांगने के गम्भीर आरोप लगाए गए थे ।राशन विक्रेताओं की शिकायतों को गम्भीरता से लेते हुए बगीचा एसडीएम के द्वारा मंगलवार से ही मामले की जाँच शुरू कर दी गयी है। बहरहाल सच्चाई क्या है यह तो जाँच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा ।