
पुलिस पर रौब झाड़ते हुए महिला से मारपीट, शिकायत के बावजूद नहीं हुई कार्रवाई, पीड़िता पहुँची राज्यपाल और मुख्यमंत्री के दरबार
चांपा । चांपा थाना क्षेत्र में एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ एक महिला के साथ पुलिस कर्मियों द्वारा मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया है। हैरानी की बात यह है कि शिकायत दर्ज कराने के बावजूद अभी तक कोई एफआईआर नहीं की गई है, जिससे पीड़िता और उसका परिवार भय के साये में जीवन जी रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, घटना 23 मई की सुबह करीब 9 बजे की है। पीड़िता अपने घर के समीप स्थित शासकीय नल से पानी भर रही थी, तभी चंद्रकांत राठौर (आरक्षक, माना पुलिस ट्रेनिंग सेंटर, रायपुर) एवं उसके भाई जितेंद्र राठौर ने उक्त नल की पाइपलाइन को तोड़ते हुए पानी की आपूर्ति बंद कर दी। जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो दोनों ने उसे अपशब्द कहे, घर में घुसकर बाल पकड़कर घसीटा और लात-घूंसे से बेरहमी से पिटाई कर दी।
पीड़िता का आरोप है कि इस दौरान दोनों ने धमकी दी कि “हम पुलिस वाले हैं, कुछ भी कर सकते हैं, तुम्हें जान से भी मार देंगे, कोई हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता।” उन्होंने यह भी कहा कि उनका छोटा भाई हेमंत राठौर, जो माना थाना रायपुर में आरक्षक पद पर पदस्थ है, सब संभाल लेगा।
घटना के बाद पीड़िता अपने पति के साथ चांपा थाना पहुँची, लेकिन पुलिस ने शिकायत दर्ज करने से मना कर दिया। विवश होकर दोनों ने पुलिस अधीक्षक जांजगीर-चांपा को आवेदन दिया, जिसकी पावती उपलब्ध है, परंतु अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई और ना ही कोई कार्रवाई हुई है।
इससे आहत होकर पीड़िता ने माननीय मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, राज्यपाल एवं महिला आयोग से न्याय की गुहार लगाई है। यह मामला इसलिए भी गंभीर है क्योंकि इसमें प्रत्यक्ष तौर पर पुलिस विभाग से जुड़े लोगों पर आरोप है और स्थानीय पुलिस द्वारा उन्हें संरक्षण देने का आरोप भी लगाया जा रहा है।
चौंकाने वाली बात यह है कि जिले में हाल ही में पदस्थ किए गए तेज-तर्रार छवि वाले पुलिस अधीक्षक श्री विजय पांडेय द्वारा भी अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। अब देखना यह है कि शासन-प्रशासन इस प्रकरण में निष्पक्ष न्याय देता है या फिर किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार किया जा रहा है।