यादव समाज के बड़े चेहरे और भाजपा में 25 सालों के बाद अब अशोक जा रहें हैं कांग्रेस,,, डॉ महंत से हैं प्रभावित और क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों को देख कांग्रेस के प्रति बढ़ी रुचि

सक्ती। क्षेत्र में भाजपा के लिए आज का दिन बहुत ही भारी गुजर रहा है। भाजपा के रीढ़ माने जाने वाले अशोक यादव जो कि वर्तमान में जनपद सदस्य हैं 27 को कांग्रेस प्रवेश कर रहें हैं।
ज्ञात हो कि अशोक कुमार यादव 2010 से 20 तक दस साल सोंठी के सरपंच रहें हैं, साथ ही उनका कार्यकाल 2010 से 15 तक इतना अच्छा था कि 2015 के चुनाव में सोंठी ग्राम पंचायत में अशोक के विपक्ष में कोई खड़ा ही नहीं हुआ। साथ ही अशोक यादव समाज के भी एक बड़े चेहरे के रूप में जाने और पहचाने जाते हैं। यहां बताते चलें कि क्षेत्र में करीब 20 से 22 प्रतिशत यादवों की जनसंख्या है क्षेत्र के सभी गांव में यादवों की संख्या हमेशा से निर्णायक रही है। अशोक यादव के कांग्रेस में शामिल होने जहां कांग्रेस संगठन को काफी फायदा होगा वहीं भाजपा को भी बड़ा नुकसान होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। राजनीतिक जानकारों की मानें तो अशोक यादव की सोंठी के अलावा पूरे विधानसभा क्षेत्र के साथ साथ जिले में भी सामाजिक और राजनीतिक रूप से पकड़ काफी मजबूत मानी जाती है। अशोक यादव जब से राजनीतिक रूप से सक्रिय हुए हैं तब से आज तक चुनावी पारी में कभी फेल नहीं हुए, एक बार सरपंच चुनाव जीते तो दूसरी बार उनकी कार्यकुशलता को देख ग्रामीणों ने उन्हें निर्विरोध सरपंच बनाया, तीसरी बार मे आरक्षित सीट होने के कारण वे सरपंच नहीं बन सके लेकिन उन्होंने जनपद सदस्य में अपना भाग्य आजमाया और वहां भी उन्हें सफलता ही मिली, अशोक यादव के बारे में ग्रामीणों का मानना है कि वे अपने पंचायत के लिए और क्षेत्र में समाज के लिए हमेशा खड़े रहते हैं, साथ ही तन मन धन से जनता की सेवा करते हैं।
इस संबंध में जब अशोक यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि डॉ चरणदास महंत के कार्यकलापों और उनके शांत स्वभाव के हमेशा से कायल रहा हूं, 25 सालों से भाजपा में काम कर रहे थे लेकिन डॉ महंत से प्रभावित होकर कांग्रेस प्रवेश कर रहा हूं। श्री यादव ने आगे कहा कि चूंकि क्षेत्र में डॉ महंत द्वारा चहुंमुखी विकास कराया जा रहा है साथ ही साथ कांग्रेस की वर्तमान सरकार गरीब, किसानों की सरकार बन कर उभरी है इन्हीं कारणों से और ज्यादा प्रभावित होकर मैं कांग्रेस का दामन थाम रहा हूं। यहां बताना लाज़मी है कि अशोक यादव को नरेश गेवाडीन पूर्व नपा अध्यक्ष सक्ती का काफी करीबी भी माना जाता है और नरेश गेवाडीन के अगुवाई में कांग्रेस प्रवेश हो रहा है।