
प्राइवेट स्कूल संचालकों को कोर्स, ड्रेस और पुस्तक खरीदी के लिए दबाव नहीं बनाने के निर्देश: कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे
स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में दिए सख्त निर्देश
सारंगढ़-बिलाईगढ़, आपकी आवाज : कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ने बीते दिनों शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के सभागार में जिले के स्कूल शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक ली। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी लक्ष्मी प्रसाद पटेल, जिला पंचायत सीईओ इंद्रजीत बर्मन, समग्र शिक्षा नोडल अधिकारी नरेश कुमार चौहान, बीईओ रेशम लाल कोसले, नरेन्द्र कुमार जांगड़े, प्राचार्य, बीआरसी समेत कई अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी शासकीय और निजी स्कूलों में बच्चों को समय पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और मध्यान्ह भोजन मिले। उन्होंने स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं जैसे शुद्ध पेयजल, सुरक्षित भवन, स्वच्छ शौचालय सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
उन्होंने सभी शिक्षकों को समय पर विद्यालय उपस्थित रहने और कर्तव्य के दौरान किसी भी स्थिति में शराब का सेवन न करने की चेतावनी दी। यदि किसी शिक्षक के विरुद्ध शिकायत मिलती है और जांच में सही पाई जाती है, तो संबंधित के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
निजी स्कूल संचालकों को निर्देश देते हुए कलेक्टर ने कहा कि वे केवल सीजी बोर्ड या सीबीएसई बोर्ड में से किसी एक सिलेबस को लागू करें। किसी भी छात्र या पालक पर ड्रेस अथवा पुस्तकें किसी विशेष दुकान से खरीदने के लिए दबाव न डाला जाए। फीस भी केवल आवश्यकतानुसार ली जाए। साथ ही, स्कूल बसों की फिटनेस अनिवार्य रूप से सही होनी चाहिए और वाहन चालक नशे में वाहन न चलाएं, इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
कलेक्टर ने आरटीई (निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा अधिकार अधिनियम) के तहत बच्चों के दाखिले की प्रक्रिया समय से पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जाति प्रमाण पत्रों का निर्माण भी समय पर हो। युक्तियुक्तकरण के तहत जिन शिक्षकों ने अब तक अपनी नवीन पदस्थापना पर कार्यभार ग्रहण नहीं किया है, उन्हें शीघ्र पदभार ग्रहण करने को कहा गया। जो शिक्षक बिना अनुमति के लम्बे समय तक अनुपस्थित रहते हैं, उनके विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
बैठक में कोसीर हाईस्कूल की एक शिक्षिका ने बताया कि उनके विद्यालय के लगभग 85% छात्रों ने सफलता प्राप्त की है। उन्होंने इसका श्रेय प्रोजेक्टर आधारित शिक्षा और कक्षा की नियमित मॉनिटरिंग को दिया। कलेक्टर ने उनकी सराहना करते हुए अन्य शिक्षकों को भी इससे प्रेरणा लेने की सलाह दी। उपस्थितजनों ने तालियों के साथ शिक्षिका का उत्साहवर्धन किया।