
प्रिंसिपल सुसाइड कांड : पुलिस ने शुरू की जांच, कालेज के ही तीन लोगों ने जान देने को उकसाया, सुसाइड नोट में सामने आये नाम
भिलाई। शासकीय नागरिक कल्याण कॉलेज अहिवारा के प्रभारी प्राचार्य डॉ. भुवनेश्वर नायक के खुदकुशी मामले की जांच शुरू हो गई है। नंदिनी पुलिस ने शुक्रवार को कॉलेज के कुछ लोगों से पूछताछ की है। पुलिस के मुताबिक वह सबसे पहले परिजनों से पूछताछ करेगी। उनके आरोपों के आधार पर आगे की पूछताछ अन्य लोगों से की जाएगी। परिजनों से संपर्क करने पर उन्होंने अंतिम संस्कार के बाद ही वापस लौटने की बात कही है। फिलहाल इस दौरान पुलिस पीएम रिपोर्ट व कुछ बाहरी लोगों के बयान दर्ज कर आगे की जांच कर रही है। मिली सूचना के मुताबिक, गुरुवार 28 अक्टूबर को शासकीय नागरिक कल्याण कॉलेज अहिरवारा के प्रभारी प्रचार्य डॉ. नायक ने कॉलेज के पुराने भवन में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। मौके पर पहुंची नंदिनी पुलिस ने जब जांच शुरू की तो उन्हें डॉ. नायक की जेब से एक सुसाइड नोट मिला था। सुसाइड नोट से ये बात साफ हो गई है कि उन्होंने खुदकुशी व्यक्तिगत कारणों से नहीं की, बल्कि उन्हें इसके लिए तीन लोगों ने मजबूर किया था। जिन तीन लोगों के नाम सुसाइड नोट के जारिए समाने आये हैं। वे लोग कॉलेज के ही स्टॉफ बताए जा रहे हैं। घटना के बाद पुलिस इस मामले की जांच करती इससे पहले ही पीएम के बाद परिजन डॉ. नायक के शव को लेकर पैतृक गांव अंतिम संस्कार के लिए चले गए। परिजन फिलहाल उनकी मौत को लेकर कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। उनके अंतिम संस्कार से आने के बाद ही मामले में पुलिस उनसे पूछताछ करेगी। प्रभारी प्रचार्य की मौत से छात्रों में आक्रोश कॉलेज के स्टूडेंट्स डॉ. नायक की मौत से काफी दुखी हैं। इस घटना से वह काफी आक्रोषित हैं। उनका कहना है कि डॉ. नायक स्टूडेंट्स के हित में काम करते थे। स्टॉफ उनका सहयोग नहीं करता था। इससे वह डिप्रेशन में आ गए और उन्होंने इस तरह का कदम उठाया। कॉलेज के स्टूडेंट्स ने निर्णय लिया है कि वह इस मामले को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल और क्षेत्रीय विधायक व मंत्री रुद्र गुरु से मिलेंगे और मामले की जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे।