
रायपुर-खरोरा। छत्तीसगढ़ में दूसरे राज्य से आए अपराधी प्रवृत्ति के तत्वों के हौसले कितने बुलंद हैं, और उन्हें कैसे बड़ी ही आसानी से प्रश्रय मिलता है, इस बात का सटीक उदाहरण है राजधानी रायपुर के करीब खरोरा तहसील के पिकरीडीह-मुरा स्थित मोजो मशरूम और उमाश्री राइस मिल का यह वाकया। यहां मिल का मैनेजर संजय सिंह महिला मजदूरों पर बुरी नीयत रखता है। एक नहीं बल्कि जितनी भी महिलाएं वहां काम कर रही हैं, सभी पर उसकी बुरी नीयत है। एक पढ़ी-लिखी विधवा युवती भी उसी मिल में सुपरवाइजर का काम करने पहुंची तो मैनेजर संजय सिंह ने उसपर भी बुरी नीयत डाली। युवती के विरोध पर डराया-धमकाया गया, काम से निकालने की चेतावनी भी दी गई। इतना ही नहीं एक दिन संजय सिंह ने मौका पाकर सुपरवाइजर युवती के साथ रेप किया।
सुपरवाइजर युवती ने जब मिल मालिक विमल खेतान को इस बात की जानकारी दी तो मामले को रफा-दफा करने की गरज से मिल मालिक ने रेप के आरोपी को पीड़िता से माफी मांगने को कहा और पीड़िता से राखी बंधवाकर मामले को रफा-दफा करा दिया। लेकिन संजय सिंह ने इसके बाद भी मौका मिलते ही फिर से उसी सुपरवाइजर युवती का रेप किया। इतना ही नहीं बल्कि किसी को बताने पर बदनाम करने, काम से निकाल देने, जान से मार देने की भी धमकी दी। संजय सिंह ने अपने किसी आदमी से पीड़िता को डराने की गरज से हमला भी करवाया। पीड़िता का कहना है कि उसने मिल मालिक की बेटी को भी वाकए से अवगत कराया था। लेकिन उसने भी पीड़िता की कोई मदद नहीं की।
संजय सिंह के आदमी के हमले से भयभीत पीड़िता ने आखिरकार पुलिस की शरण लेना ही उचित समझा। डरी सहमी पीड़िता ने 15 फरवरी को खरोरा थाने जाकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी संजय सिंह के खिलाफ रेप और छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर लिया। लेकिन जब तक पुलिस मोजो मशरूम और उमाश्री राइस मिल तक पहुंची, तब तक पुलिस के मुताबिक आरोपी फरार हो चुका था। पुलिस का कहना है कि उसने मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपी को पकड़ने बिहार के छपरा जिले स्थित उसके घर में भी दबिश दी। लेकिन आरोपी वहां से फरार हो गया। लेकिन दूसरी तरफ पीड़िता सुपरवाइजर युवती का आरोप है कि मिल मालिक ने ही आरोपी संजय सिंह को मिल में ही कहीं छुपा रखा है। हमारे संवाददाता के समक्ष वहां काम करने वाली कुछ और युवतियों ने भी मिल में अपनी अस्मत पर हमले कि बात स्वीकारी है।
यहां की हर महिला वर्कर हवश का शिकार : पीड़िता पीड़िता तो यहां तक कहती है कि मोजो मशरूम और उमाश्री राइस मिल में काम करने वाली ज्यादातर युवतियां और महिलाएं संजय सिंह और वहां के कुछ सीनियर वर्कर्स की हवस का शिकार हैं। पर जान से मारने की धमकी और समाज में बदनामी के डर से चुप हैं। पीड़िता का कहना है कि उसने वहां काम करने वाली अन्य महिलाओं से भी मदद मांगी थी, लेकिन सब ने मिल मालिक की धमकी के डर से पीड़िता की कोई मदद नहीं की। अब पीड़िता अकेले ही न्याय पाने के लिए मिल मालिक और हवश के पुजारी संजय सिंह से भिड़ गई है। पीड़िता अब महिला आयोग का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रही है। पीड़िता का आरोप है कि मिल मालिक विमल की शह पाकर ही बाहरी प्रदेश बिहार, बंगाल से आये पुरुष मजदूर मिल में काम करने वाली स्थानीय युवतियों पर गन्दी नीयत रखते हैं और लगातार उनका दैहिक शोषण कर रहे हैं।
पीड़िता को काम से निकाला पीड़िता बताती है कि रेप की जानकारी मिल मालिक को देने के बाद उसे काम से निकाल दिया गया है। अब पीड़िता मजबूर विधवा अपने 2 बच्चों के भरण-पोषण के लिए दर-दर की ठोकरें खा रही है। वहीं जब मिल मालिक विमल खेतान से पीड़िता के आरोपों पर प्रतिक्रिया देने को कहा गया तो वे सामने ही नहीं आए। मिल मालिक का अपना पक्ष ना रखना भी मिलीभगत के संदेहों को बढ़ावा देता है। हालांकि मीडिया ने जब इस बारे पुलिस से पूछताछ की और बाइट ली तब जाकर पुलिस सक्रियता दिखाने लगी है। पुलिस ने मोजो मशरूम जो कि वारदात स्थल है का निरीक्षण कर अन्य मजदूरों से पूछताछ की है।