बापूजी के शहीद दिवस पर एलॅन्स स्कूल ने  श्रद्धांजलि अर्पित की

दिनेश दुबे 9425523689
आप की आवाज
*बापूजी के शहीद दिवस पर एलॅन्स स्कूल ने  श्रद्धांजलि अर्पित की*
बेमेतरा – 30-01-2023. महात्मा गांधी की 75वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। प्राचार्य डॉ. सत्यजीत होता, शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत बापूजी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर एवं माल्यार्पण कर की गई। उसके बाद वैष्णव जन तो तेने कहिए, पीर पराई जाने रे और रघुपति राघव राजा राम, पतित पावन सीता राम की राम धुन से स्कूल परिसर को भक्तिमय कर दिया।
प्राचार्य डॉ. सत्यजीत होता ने कहा कि गांधी जी केवल मनुष्य नहीं थे बल्कि वह एक दर्शन है। भारत देश हमेशा दो व्यक्तित्वों को याद करता है एक सुदर्शन चक्रधारी मोहन को हिंदू धर्म के विष्णु अवतार के रूप में और दूसरे चरखाधारी मोहन को राष्ट्रपिता, निष्काम कर्मयोगी, देशप्रेमी, सत्यनुग्राही महान पुरुष के रूप में। गांधी जी सभी के लिए पथ प्रदर्शक हैं। उन्होंने सत्य और अहिंसा का मार्ग दिखाकर ब्रिटिश विद्रोह की गुलामी से मुक्ति का अमूल्य उपहार दिया। यदि हम अपने देश में रामराज देखना चाहते हैं तो हमें गांधीवादी दर्शन का पालन करना होगा जो हमें शक्ति और अदम्य इच्छाशक्ति देगा। गांधीवादी दर्शन तीन स्तंभों – अहिंसा, सत्याग्रह और स्वराज पर आधारित है। गांधी ने सरल जीवन और उच्च विचार के एक आर्थिक सिद्धांत को बढ़ावा दिया, ब्रह्मांड को निर्यात पैदा करने के बजाय आत्मनिर्भरता या आयात प्रतिस्थापन पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने आजादी के बाद एक अधिक कृषि प्रधान भारत की कल्पना की जो धन और औद्योगीकरण पैदा करने से पहले अपने नागरिकों की भौतिक जरूरतों को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करेगा। भारत को एक विकसित देश बनाने के लिए गांधीवादी दर्शन शक्ति और ज्ञान के लिए इस यादगार शहीद दिवस पर बापूजी और बलिदान हुए पवित्र आत्मा के लिए एलॅन्स परिवार नमन करता है। उनके अनुसार गांधी जी सार्वभौमिक भाईचारे, शांति, सद्भाव, समानता और एक दूसरे के प्रति प्रेम के अवतार हैं। वे हर जगह धर्मनिरपेक्षता लाना चाहते थे। हमें धर्म, जाति, पंथ, रंग, भाषा और राष्ट्रीयता के आधार पर भेदभाव नहीं करना चाहिए क्योंकि यह गांधीवादी दर्शन के खिलाफ है। उन्हें उनके देश के प्रति अविस्मरणीय कार्यों के लिए हमेशा याद किया जाएगा। वे न केवल एक भारतीय नेता और सन्यासी हैं बल्कि उन्होंने विश्वव्यापी ख्याति प्राप्त की है। गांधी जी ने देश की आजादी के लिए कई आंदोलन चलाए, देश का कोई भी वर्ग या क्षेत्र उनसे अछूता नहीं रहा। उन्होंने चंपारण आंदोलन, रोलेट एक्ट, खिलाफत आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, असहयोग आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन जैसे कई आंदोलनों की शुरुआत की। उन्होंने समाज मे व्याप्त सामाजिक कुरुतियों को दूर किया। गांधीजी शांति, सत्य और अहिंसा के सूर्य थे, जिनकी किरणें पूरे विश्व को आलोकित कर रही हैं। उन्होंने छात्रों को बापूजी के दिखाए रास्ते पर चलने की सलाह दी।
बापूजी के शहादत की याद में एलॅन्स के परिसर में दो मिनट का मौन रखा गया। श्री मिथिलेश कुमार चौहान, पूर्वी सोनी द्वारा कविता पाठ तथा अंकुश ठाकुर ने अँग्रेजी तथा रूपांशु आनंद कक्षा 11 वी ने हिन्दी मे महात्मा गांधी के विचरों पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर  कमलजीत अरोरा, अध्यक्ष,  पुष्कल अरोरा, निदेशक,  सुनील शर्मा, प्रशासक, शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button