
यदि सिर दर्द, उल्टी, आंखों की रोशन कम होनी जैसी शिकायतें लगातार सामने आ रही है तो यह ब्रेन ट्यूमर के लक्षण हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में तत्काल जांच की आवश्यकता है। चिकित्सकों का कहना है कि ब्रेन ट्यूमर में मस्तिष्क की कोशिकाएं असमान्य रूप से बढ़ने लगती है। इससे उत्तक व अंग को नुकसान पहुंचता है। मस्तिष्क में गांठ बन जाता है। ट्यूमर दो तरह के होते हैं। इसमें प्राइमरी ट्यमर जल्दी बढ़ता नहीं है, जबकि सेकंडरी ब्रेन ट्यूमर तेजी से बढ़ता है। यह कैंसर ट्यूमर होता है।
डीकेएस अस्पताल में हर माह औसतन 40 ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी
राजधानी के डीकेएस सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल के चिकित्सकों के अनुसार, न्यूरो सर्जरी विभाग में हर दिन औसत 80 मरीज ओपीडी में आते हैं। इसमें करीब 20 मरीजों में ब्रेन ट्यूमर के लक्षण होते हैं। विभाग में हर माह 120 सर्जरी होती है, जिसमें ब्रेन ट्यूमर के 50 रहते हैं। ज्यादातर लोग समय से अस्पताल नहीं पहुंच पाते हैं, जिससे बीमारी गंभीर हो जाती है। बीमारी को लेकर जागरूकता जरूरी है। बीमारी का समय पर इलाज से जल्द राहत मिल सकती है।
अनुवांशिक बीमारी
सिर दर्द, बार-बार उल्टी आना, मूड बदलना, मांसपेशियों में कमजोरी आदि इसके लक्षण होते हैं। यह बीमारी ज्यादातर अनुवांशिक होती है। यदि परिवार में किसी को ब्रेन ट्यूमर है तो अन्य सदस्य को भी होने की संभावना बढ़ जाती है।
डीकेएस सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल के न्यूरो सर्जन प्रो. डा. देवव्रत साहाना ने कहा, ब्रेन ट्यूमर को लेकर जागरूकता जरूरी है। अस्पताल में हर माह ब्रेन ट्यूमर के करीब 40 मरीजों की सर्जरी होती है। अस्पताल में एंडोस्कोपी, न्यूरोनेविगेशन, माइक्रोस्कोपी, ब्रेन मैपिंग जैसे अन्य अत्याधुनिक तकनीक से इलाज होता है। हर बुधवार और शुक्रवार को ब्रेन ट्यूमर के मरीजों के लिए विशेष ओपीडी संचालित की जाती है।