ब्रह्माकुमारीज सर्वधर्म समभाव की बात करती है: विधायक साहू

  • सौ से अधिक ब्रह्माकुमारी बहनों का साफा, अंगवस्त्र और माला पहनाकर किया सम्मान
  • दो दिवसीय उदघाटन एवं सम्मान समारोह का समापन

छुरा गरियाबंद भूपेंद्र गोस्वामी आपकी आवाज
संपर्क सूत्र= 8815207296

नवापारा/राजिम। ब्रह्माकुमारीज संस्थान के नवनिर्मित त्रिमूर्ति भवन के दो दिवसीय उदघाटन और सम्मान समारोह का सोमवार को समापन हो गया।
समापन पर अभनपुर विधायक धनेंद्र साहू ने कहा कि मैं 1980 में ब्रह्माकुमारीज के संपर्क में आया और यहाँ का ज्ञान प्राप्त किया। मुझे माउंट आबू जाने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ। ब्रह्माकुमारीज ही एकमात्र ऐसी संस्था है जो सर्वधर्म समभाव की बात करती है। यहाँ हर वर्ग, जाति-समाज के लोग जुड़े हैं। यहां शिक्षा भी आदि दैवी-देवता सनातन धर्म की दी जाती है। ये तपस्वी, राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी बहनें अपने त्याग और सेवा से लोगों के कल्याण में जुटीं हैं। इस ज्ञान से आज विश्वभर में लाखों लोग लाभान्वित हुए हैं। इस संस्था की जो कल्पना है कि जल्द ही इस दुनिया में सतयुग आने वाला है, वह साकार होते दिख रहा है। मेरा विश्वास है कि जल्द ही कलियुग का अंत और नईदुनिया का आगमन होगा।

पावन बनने का संदेश दे रहे परमात्मा-
इंदौर-छत्तीसगढ़ जोन की निदेशिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी आरती दीदी ने कहा कि हम सभी आत्माएं परमधाम की निवासी हैं और इस सृष्टि चक्र में आकर अपना-अपना पार्ट बजाती हैं। इस समय मनुष्य आत्माएं पांच विकारों के वशीभूत हैं और विकारों से वशीभूत आत्मा वापिस अपने स्वदेश परमधाम नहीं जा सकती है। आत्मा, परमात्मा से योग लगाकर, पावन बनकर ही वापिस जा सकती है। वर्षों पहले मुझे भी राजिम की इस पावन भूमि पर गांव-गांव जाकर लोगों को परमात्म संदेश देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस पावन धरा से निकल कर अनेक कन्याएं निकली और आज देशभर में ब्रह्माकुमारी बनकर समाज कल्याण में जुटीं हैं।

एक दिन मोबाइल-टीवी का भी व्रत करें-
मुंबई से आये महामंडलेश्वर प्रेमानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि आज सब कीमती- कीमती घड़ी पहनते हैं लेकिन हमारे पास परमात्मा के ध्यान के लिए समय नहीं है। यदि हमें आत्मज्ञान और परमात्म ध्यान के लिए समय निकालना है तो एक दिन एकादशी, सोमवार के व्रत की तरह मोबाइल, टीवी और सोशल मीडिया का व्रत भी करना होगा। डिजिटल डिटॉक्स करना होगा और इस समय को आत्मज्ञान प्राप्ति के लिए लगाना होगा। ब्रह्माकुमारीज सेंटर पर जो परमात्मा का ज्ञान दिया जाता है उसे लेने के लिए सभी को जाना चाहिए। हम इस दुनिया में रिटर्न टिकिट लेकर आए हैं। हमें दवा की तो एक्सपायरी डेट दिखती है लेकिन खुद की एक्सपायरी डेट नहीं दिखती है। आज सनातन धर्म की आस्था में जागृति आयी है। एक बात सदा ध्यान रखें कि हम इस धरती पर मेहमान के रूप में आये हैं मालिक नहीं हैं।
नवापारा-राजिम क्षेत्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी पुष्पा दीदी ने कहा कि मनुष्य जीवन की शुरुआत शांति से होती है और अंत भी शांति के साथ होता है। इसलिए अपने जीवन को ही शांतिमय बना लेंगे तो यह यात्रा आनंदमय बन जाएगी।

अपनी विशेषताओं के स्वमान में रहें-
मप्र हाईकोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति बीडी राठी ने कहा कि परमात्मा कहते हैं कि मेरे बच्चों जितना तुम अपनी विषेशताओं के स्वमान में रहोगे उतना तुम्हें सम्मान मिलेगा। हमारा शरीर बहुत वैल्यूवल है। इसकी कीमत लगाई जाए तो अरबों रुपये भी कम होंगे। इसलिए परमात्मा के ध्यान के लिए हमें इसका ध्यान भी रखना होगा। परमात्मा पर विश्वास करके देखें आपका जीवन संवर जाएगा। पूर्व नपाध्यक्ष विजय गोयल, समाजसेवी मनमोहन अग्रवाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

बीके प्रिया बहन ने नवापारा सेवाकेंद्र की सेवाओं के बारे में बताया। संचालन बिलासपुर से आयी बीके राखी बहन ने किया। भुरका स्कूल के बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुत देकर सभी का मन मोह लिया। कुमारी आरती ने शिव स्तुति पेश की। समापन पर विधायक साहू और बीके पुष्पा दीदी ने राजयोगिनी आरती दीदी को अभिनंदन पत्र भेंट करते हुए सम्मान किया।

इनका भी किया गया सम्मान-
राजिम-नवापारा से निकली सौ से अधिक ब्रह्माकुमारियों सहित राजिम में वर्ष 1980 में आध्यत्म का बीजारोपण करने वाले डॉ. जीवनलाल वर्मा, नवापारा के लखन भाई, बीके हिरोंदी बाई, सतीश भाई सहित मुख्यालय माउंट आबू से आये वरिष्ठ भाईयो का माला, मुकुट से सम्मान किया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button