
भोजन सेवा समिति ने राशन वितरण में जरूरतमंद लोगों को बांटा राशन और जरूरतमंद लोगों को पहुंचा रहे हैं घर-घर तक खाना…
लॉकडाउन में लोगों की मदद के लिए ग्राउंड में उतरी भोजन सेवा समिति
दिलीप कुमार वैष्णव@आपकी आवाज
कोरबा छत्तीसगढ़-भोजन सेवा समिति के द्वारा नर सेवा ही नारायण सेवा है, इसे ध्येय मानते हुए शहर की चार-पांच महिलाओं के ग्रुप ने भोजन सेवा समिति के माध्यम से लॉकडाउन में जरूरतमंदों को नि:शुल्क भोजन की सुविधा शुरू की.
देखते ही देखते एक सप्ताह में ही ग्रुप में लगभग 150 सदस्य जुड़ गए और लॉकडाउन में न सिर्फ जरूरतमंदों को नि:शुल्क भोजन व सूखा राशन भी प्रदान किया जा रहा है, बल्कि उन्हें हर तरह की सहायता प्रदान की जा रही है।
वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से कोरबा जिले में 12 अप्रैल से लॉकडाउन घोषित हो गया. इस दौरान कोरबा जिले में कई परिवार संक्रमण की चपेट में आए, जिसकी वजह से उनके घर में भोजन भी नहीं बन पा रहा है. विशेषकर मध्यम वर्ग में यह समस्या देखने को मिल रही थी. वे संकोच की वजह से न तो अपनी समस्या किसी को बता पा रहे थे और न ही कोई व्यवस्था कर पा रहे थे.
ऐसे समय में कोरबा शहर की महिलाएं आगे आईं उन्होंने जनसेवा से बढक़र कोई सेवा नहीं इस वाक्य को चरितार्थ करते हुए भोजन बनाने में असमर्थ परिवारों के लिए 21 अप्रैल से नि:शुल्क भोजन की घर पहुंच सेवा शुरू कर दी. उनके द्वारा अपनी इस समूह को’ भोजन सेवा समिति’ का नाम दिया गया. जिसने नि:शुल्क भोजन की अनुकरणीय पहल करते हुए मानवता की मिसाल पेश किया है.मध्यम वर्गीय परिवार से शुरू हुई ये सेवा समाज के सभी वर्गों तक पहुंच रहा है.
भोजन सेवा समिति की सदस्याओं ने बताया कि शहर में कई परिवार ऐसे हैं, जहां एक से अधिक सदस्य कोरोना से संक्रमित हैं. ऐसी स्थिति में ये परिवार भोजन बनाने में असमर्थ थे कई परिवार ऐसे भी हैं. जिनकी कोई मदद नहीं करता एवं संकोच के कारण वे भी किसी से मदद नहीं मांग पाते थे. इस परिस्थिति में इन लोगों की गोपनीय रूप से सहायता करने का बीड़ा हमारी समिति ने उठाया और इन्हें शुद्ध सात्विक भोजन घर पहुंचाकर उपलब्ध कराया जा रहा है. समिति द्वारा होम आइसोलेशन में रह रहे हर वर्ग के जरूरतमंद लोगों को खाने के पैकेट पहुंचाए जा रहे हैं. नि:शुल्क भोजन की यह सेवा न सिर्फ केवल कोरबा शहर, बल्कि उपनगरीय क्षेत्रों बालको, जमनीपाली, दर्री, एनटीपीसी,बांकीमोगरा व अन्य क्षेत्रों में भी दी जा रही है. सदस्यो ने बताया कि शुरू में एक, दो परिवारों से उनके द्वारा शुरूआत की गई, लेकिन लॉकडाउन के बीते कुछ दिनों में समिति ने अब तक सभी स्थानों में मिलाकर 10000(दस हजार) से अधिक भोजन के पैकेट लोगों को नि:शुल्क उपलब्ध कराये हैं. वर्तमान में पिछले कुछ दिनों से औसतन डेढ़ सौ भोजन के पैकेट लोगों का उपलब्ध कराये जा रहे हैं. सदस्यों ने बताया कि भोजन के पैकेट में दो सब्जी, रोटी, चावल, दाल, सलाद आदि उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके अलावा निम्न,वर्ग के लोगों को समिति की तरफ से सूखा राशन का पैकेट भी उपलब्ध कराया गया है. समिति की सदस्याओं ने यह भी बताया कि भोजन सेवा समिति की यह पहल पूरी तरह से गोपनीय रखी गई है, ताकि किसी भी जरूरतमंद परिवार को भोजन का पैकेट या सूखा राशन लेने में किसी भी तरह का कोई संकोच न हो सके.
समिति के सदस्यों ने बताया कि लोग साथ आते गए और कारवां बनता गया. जिले में लोगों की समस्याओ को दृिष्टगत रखते हुए महिलाओं ने जनसेवा को ध्येय मानकर नि:शुल्क भोजन की सुविधा शुरू की, लेकिन इस नेक पहल को देखते हुए कोरबा जिले से अनेक समाज सेवी संस्था के अध्यक्ष व पदाधिकारी सहित शहर के अनेक गणमान्य नागरिक समिति के साथ सेवाभाव से जुड़ते गए. समिति की सेवाभावना को देखते हुए एक-एक कर अब तक डेढ़ सौ से अधिक सदस्य समिति से जुड़ चुके हैं.उनके द्वारा लगातार जनसेवा के कार्य किए जा रहे हैं. यह सेवा तब तक अनवरत रूप से चलती रहेगी जब तक कि हम कोरोना से जंग जीत नही जाते. सदस्यों ने यह भी बताया कि इस समिति में सभी सदस्य आपस मे मिलजुलकर कार्य करते है. समिति में कोई भी अध्यक्ष या अन्य पदाधिकारी नही बनाए गए है.सभी आपस मे सेवाभाव से मिलजुलकर सामूहिक रूप से जनसेवा के भाव से जुड़े है.यही वजह है कि सदस्य भी अपनी पहचान गुप्त रखते हुए समिति में अपनी सेवा दे रहे है.
सिर्फ एक फोन कॉल और सेवा को तत्पर समिति
भोजन सेवा समिति की सदस्याओं ने बताया कि लोगों द्वारा सिर्फ एक फोन कॉल करने से ही न सिर्फ उन्हें नि:शुल्क भोजन प्रदान किया जा रहा है, बल्कि हॉस्पिटल में बेड उपलब्ध कराना, ऑक्सीजन की व्यवस्था करना, घर से अस्पताल पहुंचाने की भी व्यवस्था समिति द्वारा की जा रही है.
रायपुर सहित कई जिलों में भी शुरू हुई समिति की सेवा
भोजन सेवा समिति द्वारा शुरू में कोरबा जिले के जरूरतमंद लोगों के लिए ही यह सुविधा शुरू की गई थी, लेकिन धीरे-धीरे अन्य जिले के लोगों के भी फोन आने लगे, जिसके बाद समिति के सदस्यों ने अपने परिचितों, रिश्तेदारों वे मित्रो के सहयोग से अन्य जिलों के लोगों को भी यथासंभव सहयोग किया. और उन्हें सूखा राशन एवं भोजन के पैकेट उपलब्ध कराए जा रहे है.सदस्यों ने बताया कि वर्तमान में रायपुर में समिति द्वारा दो अलग-अलग स्थानों से लोगों को नि:शुल्क भोजन की सुविधा प्रदान की जा रही है. इसके अलावा जांजगीर-चाम्पा, रायगढ़, भिलाई, कोलकाता,दिल्ली के भी कई जरुरतमंद परिवार इससे लाभान्वित हो रहे है. इनमे कोरबा के अलावा रायपुर, बालकों और बांकी मोगरा में समिति की शाखा खोली गई है.
वैक्सीनेशन और प्लाज्मा डोनेट के लिए भी कर रहे जागरूक
भोजन सेवा समिति की सदस्याओं ने बताया कि ऐसे लोग जो कोरोना से जंग जीतकर पूर्णत: स्वस्थ्य हो चुके हैं, उन्हें समिति द्वारा प्लाज्मा डोनेट करने के लिए जागरूक करने का प्रयास भी किया जा रहा है. ऐसे कई मरीजों को जिन्हें प्लाज्मा की आवश्यकता थी, उनकी सहायता की गई है. चूंकि प्लाज्मा डोनेट की सुविधा वर्तमान में बिलासपुर एवं रायपुर में ही है, इस परिस्थिति में समिति द्वारा प्लाज्मा डोनर के बिलासपुर जाने की पूरी व्यवस्था भी की जा रही है। इसके साथ ही लोगो में टीकाकरण को लेकर जो भ्रांतियां फैली हुई है उसे दूर करने का प्रयास भी समिति कर रही है. एवं लोगो को जल्द से जल्द टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
संपर्क:-
भोजन सेवा समिति ने बताया कि हेल्प लाइन नंबर 9407710414, 8839440334, 8319484869,पर कॉल कर इस सेवा का लाभ उठा सकते हैं।