
सक्ती। देश लगातार मंहगाई की मार झेल रहा है साथ ही देश में अब नफरती नजरें भी बढ़ती जा रहीं हैं, देश की हालत लगातार वर्तमान की केंद्र सरकार खराब करती जा रही है सिर्फ सत्ता अपने पास रखने के नाम पर, उक्त बातें पूर्व मंत्री व राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष नोवेल कुमार वर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहीं।
श्री वर्मा ने आगे कहा कि देश मे मंहगाई और बेरोजगारी चरम पर है लगातार देश की संपत्ति अपने कुछ चहेते उद्योगपतियों को बेची जा रही हैं और देश के रत्नों को धीरे धीरे खत्म किया जा रहा है। श्री वर्मा ने तीखे शब्दों के साथ कहा कि चुनाव खत्म और भाजपा का मंहगाई वाली डायन बाहर आ गई। चुनाव तक मंहगाई की डायन को कमरे में बंद कर भाजपा रखती है और जैसे ही चुनाव खत्म होता है मंहगाई की डायन को खुला छोड़ दिया जाता है। नोवेल कुमार ने आगे कहा कि आज शहीद दिवस है और आज ही के दिन देश के वीर जवान भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु देश की आज़ादी की लड़ाई के नाम पर हंसते हुए सूली पर चढ़ गए थे, लेकिन आज इस मंहगाई और बेरोजगारी वाली बंदिश से आज़ादी दिलाने फिर से भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु को जन्म लेना पड़ेगा। श्री वर्मा ने आगे कहा कि महिलाएं एक एक पैसा जोड़ कर अपने घर को संवारती हैं और केंद्र की मोदी सरकार उन्ही महिलाओं के जमा पूंजी पर सीधे डाका डाल रही है। रसोई गैस गत 8 सालों में 350 रुपए से 1000 रुपए पार हो गया है। केंद्र की भाजपा सरकार मंहगाई को मुद्दा बनाकर सत्ता में आई थी और अब लोगों को धर्म के नाम पर भड़का कर महंगाई बेरोजगारी जैसे मुद्दों से अपना पलड़ा झाड़ रही है। देश की जनता को अंधे कुएं में धकेल रही है। श्री वर्मा ने आगे कहा कि फ़िल्म मात्र देख लेने से मंहगाई बेरोजगारी की मार कम नहीं होगी, देश की जनता को राहत चाहिए ताकि सुकून भारी जिंदगी जी सकें, जनता को मंहगाई से, बेरोजगारी से निजात चाहिए ना कि देश मे धार्मिक उन्माद। भाजपा अपनी विफलताओं को छुपाने बड़े ही शातिराना अंदाज में लोगों के मन में जहर घोल अपने सत्ता बनाएं रखने का खेल जोरों पर खेल रही है। श्री वर्मा ने आगे कहा कि देश की जनता ने भाजपा के कुशासन को सिर्फ इसलिए सहा है कि देर सबेर भाजपा 2014 के अपने वादों को निभाएगी लेकिन भाजपा ने वादा तो नहीं निभाया है बस मंहगाई और बेरोजगारी को चरम पर पहुंचाया है। श्री वर्मा ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के चुनाव तो हो गए लेकिन भाजपा भूल रही है कि अभी लोकतंत्र का सबसे बड़ा चुनाव लोकसभा 2024 में आने वाला है और इस बार जनता सिर्फ मंहगाई और बेरोजगारी पर ही वोट करेगी, और भाजपा वालों के मिथक को तोड़ेगी, देश जाग रहा है, अपना भला सोंचेगा और भाजपा को करनी का फल जरूर मिलेगा।