
महुआ से बनेगा सेहतमंद बिस्किट, जामुन से चिप्स
राजनांदगांव. संस्कारधानी के गौरवपथ में स्थित मध्य भारत और प्रदेश की पहली मॉडल यूनिट में महुआ से सेहतमंद आरटीएस कोल्ड्रिंग्स, जूस और सात अन्य सेहतमंद खाद्य सामग्रियां तैयार की जा रही है। जिसकी 15 लाख रुपए की बिक्री की जा चुकी है। इसी यूनिट में महुआ, मशरुम और जामुन से बिस्किट्स बनाने शोध किया जा रहा है। वनोपज और फलों से बने खाद्य सामग्री अब लोगों को चुस्त-दुरुस्त और फीट रखने में काफी फायदेमंद साबित होगी। वन धन केन्द्र राजनांदगांव के अंतर्गत महुआ प्रसंस्करण केन्द्र का शुभारंभ दिसंबर 2019 में किया है, जहां ताजे महुआ के कल्प से महुआ आरटीएस कोल्ड्रिंग्स महुआ का जूस एवं शरबत, महुआ में तिल, फल्लीदाना, ड्राय फूड तथा गुड मिलाकर लड्डू तैयार किया जा रहा है, जो काफी स्वादष्टि एवं पौष्टिक है। महुआ में फल्लीदाना एवं गुड मिलाकर महुआ चिक्की, जैम तैयार किया जा रहा है। महुआ में इमली, सौफ, हींग, काली मिर्च मिलाकर स्वादिष्ट एवं चटपटी महुआ चटनी भी बनाई जा रही है। पके महुआ फूल को सूखाने के बाद उसके जीरे से सीलबंद पैकेट में महुआ ड्राई बनाया जा रहा है, जिसे देशी किशमिश की तरह उपयोग किया जा सकता है, जो काफी अधिक पौष्टिक माना जाता है।
अब तक 15 लाख की बिक्री वन विभाग के अफसरों के मार्गदर्शन में महिला स्व. सहायता समूह की महिलाएं उत्पाद तैयार करती है, जो वन विभाग की संजीवनी में क्रय किए जा सकते हैं। मनगटा, कलेक्टोरेट, तहसील कार्यालय में यह उत्पाद उपलब्ध कराए जाएंगे। अब तक 15 लाख रुपए की इस यूनिट में तैयार उत्पादों की बिक्री की जा चुकी है। बीमारियों से मिलेगी राहत महुआ प्रसंस्करण केन्द्र के प्रभारी एमएल बंजारे एवं सहायक प्रभारी दीपक सोनी ने बताया कि ये उत्पाद कई बीमारी दूर करने में लाभकारी है। शुगर, बीपी मरीजों, गर्भवती महिलाओं और बच्चों में कुपोषण दूर करने इसका उपयोग कर सकते हैं। इस यूनिट से रोजगार की संभावना बढ़ी है। जामुन से बनी चिप्स
ताजे जामुन से पल्प निकालकर चिप्स तैयार किया जा रहा है, जो मधुमेह के लिए फायदेमंद माना जाता है। महुआ और जामुन से बने उत्पादों में भरपूर पोषक तत्व, कुपोषण दूर करने एवं महिलाओं को शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने में काफी कारगर है। नागपुर की लैब में जांच इस यूनिट में दल्लिी से मशीने मंगाई गई है। सभी खाद्य सामग्री की नागपुर की लैब में जांच कराने पर सभी उत्पादों में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, विटामिन ए एवं अन्य पोषक मिले हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद हैं। बिक्री बढ़ाने का प्रयास महुआ कलेक्शन से लेकर उत्पाद तैयार करने एवं इसकी बिक्री को बढ़ावा देने की दिशा में वन विभाग हर संभव प्रयास में जुटा हुआ है।