मुआवजा का खेल में अधिकारियों के आदेशों का उड़ रहा धज्जियाँ,, रजिष्ट्रि निरस्त करने जनहित याजीका कि तैयारी,, मामला विकास खंड तमनार से जुड़ा

प्रताप नरायण बेहरा, रायगढ़ /तामनार : रायगढ़ के तमनार में महाजेनको कंपनी के पैर पसारने की खबर की सुगबुगाहट से आस पास ही नही प्रदेश भर के रईस लोगो ने जमीन खरीद कर मुआवजे का खेल खेलने के लिए अपना पैसा फंसाने खेल बदस्तूर जारी है पैसा फसाने का तात्पर्य जमीन खरीदी साथ ही उसमें अवैध निर्माण अवैध इसलिए क्योंकि शासन के जिम्मेदारों ने जमीन की खरीदी बिक्री के साथ निर्माण पर भी 13 अगस्त 2021 को आदेश निकालकर प्रतिबंध लगा दिया था फिर भी आदेशों का अवहेलना करते हुए आदेश निकालने वाले अधिकारियों ने ही खरीदी बिक्री की इजाजत दे दी।

आदेश निकालने के बाद होने वाले खरिदी बिक्री की जानकारी तमनार के एक स्थानिय पत्रकार ने सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के तहत राजस्व कार्यालय घरघोड़ा से मांगी जिसमें रोडोपाली में सबसे अधिक जिसके बाद मुडागांव मे और सराईटोला में जमीन की खरीदी बिक्री की गई है ।

538 लोगों ने की खरीदी बिक्री

तत्कालीन घरघोड़ा एसडीएम रहे अशोक कुमार मार्बल ने आदेश निकाल कर खरीदी बिक्री पर प्रतिबंध लगाया था , लेकिन खुद के द्वारा ही निकाले गए आदेशों की अवहेलना की गई, अब तक आरटीआई के तहत निकाले गए जानकारी के अनुसार इन तीन गांव में ही यदि 121 लोगों द्वारा खरीदी बिक्री आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए की गई है तो सोचंने वाली बात है कुल 14 गांव में कितनी तादात में खरिदी बिक्री की गई है औऱ साथ ही साथ डायवर्सन के खेल में भी बाढ़ आ चुकी है ।
बहुत जल्द खुलासा होगा टुकड़ो में नक्सा बिक्री नकल निकालने वाले संलिप्त पटवारियों एवम अधिकारियों के नाम तथा उन दलालो के नाम भी जो सारे खेल के हिस्सेदार है

पहले खुद निकाला आदेश फिर उड़ाई धज्जियां

जैसे ही एसडीएम ने खरिदी बिक्री पर रोक के आदेश लगाए, उसके बाद एसडीएम के करीबी बने ग्रामीण और बिचौलिए सख्त हो गए, लोगों अओ एहसास होने लगा की प्रतिबंध आदेश आने के बाद महाजेनको कंपनी अपनी पेर पसार लेगी और फिर क्या आदेश था खरिदी बिक्री सहित निर्माण नहीं करने का लेकिन आदेश के बाद ईस में दोगुना से मामला ने तुल पकड़ लिया, एसडीएम मार्बल ने खुद रोक लगाकर धड़ल्ले से खरीदी बिक्री करने की खुद ईजाजत देदी । बाजार में यह बात भी उड़ कर सामनें आने लगी की पैसे के दम पर सारा खेल खेला गया है ।
मामले का खुलासा तो तब हुआ जब तमनार ब्लॉक के एक स्थानीय पत्रकार के द्वारा सुचना के अधिकार के तहत जब जानकारी मांगी गई और एसडीएम आफिस घरघोड़ा से दी गई हालांकि एसडीएम का अब स्थानांतरण हो चुका है ।

अब जनहित याचिका दायर करने की तैयारी

सुचना के अधिकार के तहत जानकारी जुटाने वाले पत्रकार ने मामले को हाई कोर्ट ले जाने की तैयारी कर रहे हैं, और वहाँ जन हित याचिका दायर कर आदेश
निकलने के बाद खरिदी बिक्री किए गए जमिनों की रजिस्ट्री रद्द करने की मांग करेंगे जिससे बेची गई जमिन पुराने मालिकों को पुनः वापस मिलेगी ऐसा हाई कोर्ट के वकीलों का मानना है ।

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