युवाओं ने सक्ती में अलग तरीके से मनाया अपना दीपावली, पेश की मिसाल


सक्ती। रवि और पुर्णेश राजनीति से हट कर प्रतिवर्ष दीपावली पर्व को सक्ती में उन सब गरीबों के साथ मनाते हैं जिनके लिए कोई कुछ करने वाला नहीं होता जिनके लिए होली हो या दीपावली दुसरो के सामने हाथ फैलाने को जो मजबूर होते हैं रवि गवेल ने बताया कि हम पिछले पांच वर्षों से लगातार दीवाली के दिन सक्ती में घूम घूम कर सभी लोगों को मिठाई बांट कर जरूरतमंदों को साल कम्बल बांट कर अपना दिपावली मनाते हैं साथी पुर्णेश गवेल ने बताया कि दीपावली तो सभी मनाते हैं सबका अपना-अपना तरीका होता है पर हम तो अपनी दीपावली ऐसे मनाते हैं जिससे मन को खुशी मिलती हो। मिठाई बांटने निकले युवाओं ने स्टेशन में बैठे हुए बुजुर्ग के सर पर चोट लगा हुआ देखा जिसमें से खून बह रहा था तो उन्होंने खुद चोट की सफाई कर दवाई लगाकर मरहम पट्टी की एंव वृद्धजन को खाना खिलाया और कहा कि हम में से कोई भी बारी बारी आकर प्रतिदिन उनका हाल चाल जानेंगे। विदित हो कि रवि और पुर्णेश दोनों छात्र राजनीति में सक्रिय रह कर सक्ती विधानसभा का नेतृत्व करते हैं परन्तु प्रतिवर्ष दीपावली में जो भी सेवा भावना से कार्य करते हैं उसे आज तक कभी राजनीतिक रुप नहीं दिया एंव सभी से आग्रह भी करते हैं की इसे राजनीतिक नज़रिए सा ना देखे उन्होंने कहा कि हम सभी मिलकर प्रयास करेंगे और आने वाले समय में वृहद रूप से नि:शक्तजनो की सहायता करने का लक्ष्य है ।